नई दिल्लीः कोरोना वायरस से ग्रस्त संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के चलते केंद्र सरकार हरकत में आ गई है. केंद्र सरकार ने पिछले महीने जारी की गई ट्रैवल एडवाइजरी को एक बार फिर से जारी किया है. इस ट्रैवल एडवाइजरी में साफ तौर पर कहा है कि जब तक जरूरी ना हो देश के नागरिक उन देशों में ना जाए जहां पर कोरोना वायरस का खतरा फैला हुआ है.

4 देशों से आने वाले सैलानियों के वीजा सस्पेंड

केंद्र सरकार द्वारा जारी की गयी ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया है कि इटली, ईरान, साउथ कोरिया और जापान से आने वाले सैलानियों को मिले वीजा को कोरोना वायरस के खतरे के चलते सस्पेंड किया जा रहा है. अगर इन देशों से आने वाले सैलानियों को भारत आना बहुत ही जरूरी है तो उनको नया वीजा लेना होगा.

अन्य देशों से आने वाले सैलानियों की भी होगी जांच

सरकार द्वारा जारी की गई ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया है चीन, साउथ कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाउ, वियतनाम मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, ताइवान और सिंगापुर से आने वाले सैलानियों को भी भारत आने पर स्क्रीनिंग करवानी होगी. इसके साथ ही भारतीय नागरिकों को भी सलाह दी गई है कि वह कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा करने से बचें.

दिल्ली में पाए गए संक्रमित मरीज से अन्य लोगों पर तो असर नहीं- जांच जारी

गौरतलब है कि भारत में पिछले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली और तेलंगाना में कोरोना वायरस से संक्रमित 2 मरीज सामने आए थे. अब पड़ताल की जा रही है कि दिल्ली में जो मरीज सामने आया था उसके जरिए यह कोरोना वायरस और लोगों तक तो नहीं फैल गया है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित जो मरीज सामने आया था उसने एक पार्टी की थी. जिसमें नोएडा के एक निजी स्कूल से जुड़े हुए बच्चे भी आए थे. फिलहाल नोएडा के उस स्कूल में उन बच्चों का भी टेस्ट किया गया है साथ ही स्कूल को पूरा सैनिटाइज किया जा रहा है. इसके साथ ही स्कूल में छुट्टी कर दी गई है. इसके साथ ही उस पार्टी में आगरा के कुछ लोग भी शामिल हुए थे. अब उनके सैंपल की भी जांच की जा रही है.

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा रहा हैं कदम

ऐसी घटनाओं को देखते हुए सरकार अब यहीं कोशिश कर रही है कि देश में बाहर से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज ना पहुंचे. अगर कोई है भी तो उसकी भारत आने पर ही पहचान कर उसको इलाज किया जाए जिसे की अन्य लोगों में यह वायरस ना पहुंच सके.