IND vs AUS Final Match Cricketer Kuldeep Yadav: कुलदीप यादव की नानी जमुना देवी ने कहा कि वह नहीं चाहती कि सिर्फ उनका नाती (कुलदीप) ही अच्छा खेले, बल्कि सभी अच्छे से खेलें और भारत को जिताएं. भारत महान बने. हमारा भारत महान हो. कुलदीप मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं.
उनकी नानी का कहना है कि वह अभी पिछली बार होली पर आया. कुलदीप की क्रिकेट में खेलने की बहुत रूचि रही. एक बार खेलते हुए उसका दायां हाथ भी टूट गया था और फिर वह बायां हाथ से खेलता रहा. उसकी मां ने उस पर बहुत गुस्सा किया और लाड़ प्यार में यह भी कहा कि वो दूसरा हाथ भी तोड़ लेगा.
दादी ने कहा कि मेरे हाथ का खाना उसको (कुलदीप) बहुत पसंद आता है. वह जब आता है तो मैं चूल्हे पर पानी के हाथ की रोटी उसके लिए बनाती हूं. मां उसका ख्याल रखते हुए खेल को लेकर डांटती रहती थी.
हाथ टूटने के बाद शुरू की बाएं हाथ से बॉलिंग
कुलदीप के दो भाई रिंकू यादव और सुमित यादव हैं. गांव में सब बच्चे मिलकर खेलते थे. उसको बॉलिंग की बजाय बैटिंग ज्यादा पसंद थी. हाथ टूटने के बाद बायां हाथ से बॉलिंग करना शुरू कर दिया था. सभी दोस्तों से मुलाकात भी करते रहते हैं. उन्होंने भी कामना की कि भारत की जीत के लिए प्रार्थना और पूजा अर्चना की है. पूरी भारतीय टीम अच्छे से प्रदर्शन करे और 2003 की हार का बदला आज जीत के साथ लें.
भाई ने की 'मैन ऑफ द मैच' बनने की उम्मीद
कुलदीप के भाई सुमित यादव ने कहा कि वो बहुत अच्छे से लोगों से मिलते हैं. वो बॉलिंग और बैटिंग दोनों ही अच्छे से करते हैं. आगे जाकर वह ऑलराउंडर बनेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों टीम ने टूर्नामेंट में अच्छा खेला है. हम कामना करते हैं कि बैट्समैन अच्छा प्रदर्शन करें, वर्ल्ड कप जीतें. उन्होंने कुलदीप को 'मैन ऑफ द मैच' बनने की उम्मीद भी जताई.
क्रिकेटर बनने का सपना पूरा करने कानपुर में बसा परिवार
बता दें, कुलदीप यादव का जन्म उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में 14 दिसंबर 1994 को हुआ था. कुलदीप यादव के पिता का नाम राम सिंह यादव तथा माता का नाम ऊषा यादव है. कुलदीप यादव के क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए उनका परिवार कानपुर शहर में बस गया था. इनके पिता ईंट भट्ठे के मालिक थे. कुलदीप का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति लगाव था, वे क्रिकेट में ही अपना भविष्य बनाना चाहते थे. भारतीय क्रिकेट टीम के वह एक बडे़ खिलाड़ी हैं.
100 वनडे इंटरनेशनल विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर
कुलदीप यादव इंडियन प्रीमियर लीग में 2012 से 2014 तक मुम्बई इंडियन्स के लिए खेलते रहे थे और 2014 से अब तक कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए खेलते रहे. उनकी पहचान एक बड़े गेंदबाज के रूप में है. कुलदीप यादव ने 2020 में वनडे इंटरनेशनल में अपने 100 विकेट पूरे कर लिए थे जिसके साथ ही वह भारत के लिए सबसे तेज 100 वनडे इंटरनेशनल विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर आ गए थे. उन्होंने 58 मैच खेलकर वनडे इंटरनेशनल में अपने 100 विकेट पूरे किए हैं.