Garvita Gulati : पानी की बर्बादी को लेकर लोगों में जागरूकता जरूरी है. दुनिया के कई देश आज पानी के संकट से जूझ रहे हैं. हमारे देश में भी कई इलाके ऐसे हैं जहां पीने के पानी की समस्या बहुत विकराल है. महाराष्ट्र,राजस्थान,देश की राजधानी दिल्ली सहित कई जगहों पर पानी के पानी की समस्या को देखा जाता है. ऐसे में लोगों के द्वारा पानी की बर्बादी और उसका महत्व समझने की जरूरत है.


इसी सोच के साथ देश की एक युवा बेटी गर्विता गुलाटी ने पानी की बर्बादी रोकने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का बीड़ा उठाया. अपने इस आर्टिकल में हम गर्विता गुलाटी के अभियान के बारे में आपको बताएंगे-



पानी की बर्बादी रोकने के लिए शुरू की 'व्हाई वेस्ट' पहल-


गर्विता गुलाटी ने पानी की बर्बादी को रोकने के उद्देश्य से 'व्हाई वेस्ट' पहल चलाई. इस पहल का उद्देश्य लोगों की सोच में बदलाव लाना और रेस्टोरेंट या होटल जैसी जगहों पर होने वाली पानी की बर्बादी को रोककर लाखों लीटर पानी को संरक्षित करना है. 


करना पड़ा चुनौतियों का सामना-


गर्विता गुलाटी को जल संरक्षण के अपने अभियान के दौरान चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा. रेस्टोरेंट के मालिकों और लोगों को शुरूआत में इसको लेकर समझाने पर उनकी प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं थी. गर्विता को लोगों को अपने संदेश और अभियान की गंभीरता समझाने में वक्त लगा.


इस अभियान को शुरू करने के दौरान उनकी उम्र सिर्फ 15 साल थी. ऐसे में उनके परिजन और शिक्षक उन्हें सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए कह रहे थे. लेकिन जल संरक्षण के अपने उद्देश्य के साथ वह मजबूती से जुड़ी रहीं.


मिले सकारात्मक परिणाम-


उन्होंने रेस्टोरेंट और होटलों में पानी की बर्बादी की समस्या पर #GlassHalfFullConcept के साथ फिर से अभियान को मजबूती से शुरू किया. उन्होंने आम लोगों को भी जरूरत के हिसाब से ही पानी लेने की बात को समझाया. अपने अभियान की मजबूती के लिए उन्होंने 2018 में 'नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया' में याचिका दायर की और इस एसोसिएशन के सहयोग से इसके अंतर्गत आने वाले होटलों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए राजी किया.


युवाओं के लिए प्रेरणा है गर्विता-


कम उम्र से ही जल संरक्षण जैसे मुद्दों को लेकर पहल करने वाली गर्विता देश और दुनिया के युवाओं के लिए प्रेरणा है. धारणीय विकास की अवधारणा को साकार करतीं गर्विता जैसे युवाओं की देश को जरूरत है.


ये भी पढ़ें-


 Independence Day2022: आजाद भारत का वो बड़ा आर्थिक सुधार, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को वैश्विक ताकत बना दिया


Independence Day 2022: आजीवन पर्यावरण को समर्पित रहे सुंदरलाल बहुगुणा, दलित उत्थान के लिए भी किया संघर्ष