India Independence Day 2023: भारत के 77वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से कुछ अति महत्वपूर्ण ऐलान किए. साथ ही उन्होंने अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से इन घोषणाओं का लेखा-जोखा बताने की गारंटी भी दी.


दसवीं बार लाल किले से बोल रहे पीएम मोदी ने सबसे बड़ी घोषणा भारत की भावी अर्थव्यवस्था को लेकर की. प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह मोदी की गारंटी है कि भारत अगले पांच वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. पीएम ने कहा कि 2014 के शुरू में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें पायदान पर थे. आज हम 5वें नंबर पर पहुंच चुके हैं.


अगले माह विश्वकर्मा योजना की करेंगे शुरुआत


प्रधानमंत्री मोदी, जो अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 के पूर्व लाल किले से यह अपना अंतिम भाषण दे रहे थे, ने कहा कि “हम अगले माह विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर विश्वकर्मा योजना का आगाज करने जा रहे हैं. इसमें हम 15,000 करोड़ रुपये लगाएंगे.”


पीएम मोदी ने कहा, ''हमने पीएम किसान सम्मान निधि के जरिये ढाई लाख करोड़ रुपये किसान भाइयों के खाते में जमा कराए हैं. हर घर में शुद्ध पानी के लिए जल जीवन मिशन के तहत 2 लाख करोड़ रुपये व्यय किए. सरकार का एक-एक पैसा देश और लोगों के विकास में लग रहा है.''   


25 हजार जन औषधि केंद्र बनाने का लक्ष्य


प्रधानमंत्री ने लालकिले के मंच से एक और जनहित योजना की घोषणा की. उन्होंने कहा कि भविष्य में हम देश में 25,000 जन औषधि केंद्र बनाने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ेंगे. इससे मध्यम वर्ग के लोगों को मजबूती मिलेगी. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए, ताकि देश के गरीब लोगों का अच्छा इलाज हो सके और अच्छी दवा मिल सके. पशुधन को बचाने के लिए टीकाकरण पर 15 हजार करोड़ रुपये खर्च किए.


इसमें है भारत तीसरे नंबर पर


पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देश के युवाओं की बहुत तारीफ की. उन्होंने कहा कि “हमारे युवाओं की बदौलत भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरे नंबर पहुंच चुका है.” देश में मौजूद करीब 10 करोड़ स्वयं सहायता समूहों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि “मेरा सपना है दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का.”    


गरीबों के घर पर खर्च हो रहे हैं 4 लाख करोड़ रुपये


प्रधानमंत्री ने पूर्व सरकारों की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि “पहले गरीबों के घर पर 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होते थे. वहीं आज चार लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. यही कारण हैं कि पिछले 5 साल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से उबरने में सफल रहे.”


गांव में इंटरनेट और शहर में मेट्रो


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में तकनीक और प्रौद्योगिकी का बोलबाला है. आज भारत के गांव तक में इंटरनेट पहुंच चुका है. देश में वंदे भारत के बाद बुलेट ट्रेन की बात हो रही है. शहरों में इलेक्ट्रॉनिक बसों और मेट्रो रेल का जाल बिछना शुरू हो गया है. गांव-गांव में पक्की सड़कें बन गई हैं.


ये भी पढ़ेंः Independence Day 2023: महंगाई, मणिपुर, हिंसा... लाल किले के मंच से पीएम मोदी ने विपक्ष को भी दिए जवाब, खूब चलाए सियासी बाण