नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री सातवीं बार झंडा फहराने वाल चौथे प्रधानमंत्री बन जाएंगे. इसके साथ ही एक और रिकॉर्ड है जिसकी तरफ सबकी निगाहें टिकी हैं. यह रिकॉर्ड है प्रधानमंत्री के भाषण की अवधि का. दरअसल, सवाल है कि प्रधानमंत्री मोदी इस बार कितनी देर भाषण देंगे. हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जोरदार भाषण के लिए जाने जाते हैं. फिर चाहे वो देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक मंच लाल किला हो या किसी किसी कमरे में एक छोटे समूह को संबोधित करना हो. प्रधानमंत्री की भाषण कला ऐसी है कि वे हर सुनने वाले को बांध लेते हैं. इसके साथ ही ऐसी स्पष्टता भी होती है कि सामन्य से सामान्य इंसान भी कठिन से कठिन बात समझ जाए.
अपना रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे पीएम मोदी?
अब बात करते हैं कि आखिर स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का सबसे लंबा भाषण किस साल का है. और क्या इस बार प्रधानमंत्री अपना ही रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2016 में लाल किले से सबसे लंबा भाषण दिया था. प्रधानमंत्री का यह भाषण पूरे 94 मिनट चला था. बता दें कि लाल किले से सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड भी पीएम मोदी के ही नाम है. साल 2015 तक यह रिकॉर्ड भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम था. उन्होंने आजादी के साल यानी 1947 में दिया था.
लाल किले से पीएम मोदी के भाषण और समय
साल 2014 - 65 मिनट
साल 2015 - 88 मिनट
साल 2016 - 94 मिनट
साल 2017 - 56 मिनट
साल 2018 - 83 मिनट
साल 2019 - 92 मिनट
आजादी के जश्न को लेकर खास इंतजाम
एक तरफ जहां आजादी का जश्न है तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना का कहर भी. स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर किसी तरह का प्रतिबंध तो नहीं है लेकिन इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. ऐसे में देश के सबसे बड़े सार्वजनिक मंच लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर भी विशेष तैयारियां की गईं हैं. सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर सैनिटाइजेशन तक के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. इस बार सिर्फ चुनिंदा और बेहद महत्वपूर्ण लोगों को ही कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है.