Independence Day 2023: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर CRPF के जांबाजों को मरणोपरांत दिया गया कीर्ति चक्र, नक्सल ऑपरेशन में थे शामिल
Independence Day 2023: अशोक चक्र के बाद कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र भारत के दूसरे सबसे बड़े और शांतिकालीन वीरता पुरस्कार हैं. तमाम अलग-अलग सुरक्षाबलों के लिए 11 शौर्य चक्रों को मंजूरी दी गई.
Independence Day 2023: देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षाबलों को वीरता पुरस्कार और पुलिस पदक देने का ऐलान हुआ. इसी के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर्मियों को भी मरणोपरांत चार कीर्ति चक्र और 33 वीरता पदक देने की मंजूरी दी. सीआरपीएफ को कुल 76 वीरता पुरस्कार दिए गए हैं. सीआरपीएफ के दिलीप कुमार दास, राज कुमार यादव, बब्लू राभा और संभा रॉय को मरणोपरांत कीर्ति चक्र दिया गया है. ये तमाम जवान कश्मीर और बाकी जगहों पर अलग-अलग ऑपरेशन में शामिल थे.
वीरता पदकों का भी ऐलान
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीआरपीएफ) को दिए गए 33 वीरता पदकों में से 20 पदक जम्मू-कश्मीर में किए गए पांच अलग-अलग ऑपरेशन के लिए दिए गए, इसके अलावा बाकी 13 पदक वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में हुए चार ऑपरेशन के दौरान वीरता के लिए दिए गए. इन जवानों और अधिकारियों ने देश के दुश्मनों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी.
नक्सलियों के साथ हुई थी मुठभेड़
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि 210 कोबरा के इंस्पेक्टर/जीडी दिलीप कुमार दास, एचसी/जीडी राज कुमार यादव, सीटी/जीडी बब्लू राभा और सीटी/जीडी संभू रॉय को उनकी दिलेरी और साहस के लिए कीर्ति चक्र दिया गया है. इन सभी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में जोनागुड़ा गांव के पास माओवादियों के एंबुश को तोड़ने का काम किया. इस दौरान कई माओवादी मारे गए और कई घायल हो गए. जवानों की जवाबी कार्रवाई को देखते हुए उन्हें मौके से जान बचाकर भागना पड़ा.
बता दें कि अशोक चक्र के बाद कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र भारत के दूसरे सबसे बड़े और शांतिकालीन वीरता पुरस्कार हैं. सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए 11 शौर्य चक्रों को मंजूरी दी गई, जिनमें से पांच मरणोपरांत हैं. शौर्य चक्र (मरणोपरांत) प्राप्त करने वाले पांच कर्मियों में सेना के विमानन स्क्वॉड्रन मेजर विकास भांभू और मेजर मुस्तफा बोहरा शामिल हैं, राजपूताना राइफल्स के हवलदार विवेक सिंह तोमर और राष्ट्रीय राइफल्स के राइफलमैन कुलभूषण मंटा को भी ये पुरस्कार दिया गया है.