भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में कार्यक्रम हुए, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाल किले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने 90 मिनट के भाषण के दौरान तमाम जरूरी मुद्दों का जिक्र किया और कहा कि ये कालखंड ही अगले हजार साल का इतिहास तय करेगा. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सुप्रीम कोर्ट का भी जिक्र किया, जिसके बाद सामने बैठे सीजेआई डीवी चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. 


सुप्रीम कोर्ट में भी मातृभाषा पर जोर
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी मातृभाषा के बारे में बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, "हमने मातृभाषा में पढ़ाने पर बल दिया है. मैं भारत के सुप्रीम कोर्ट का भी धन्यवाद करता हूं, कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अब जो वो जजमेंट देंगे, उसका जो ऑपरेटिव पार्ट होगा, वो जिस भाषा में अदालत में आया है उसी भाषा में उपलब्ध होगा." पीएम मोदी के ऐसा कहने के बाद सीजेआई चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन स्वीकार किया. 


हर क्षेत्र को आगे बढ़ाने का किया काम- पीएम
पीएम मोदी ने इस दौरान आधुनिकता को लेकर कहा कि आज देश आधुनिकता की तरफ बढ़ रहा है. हाईवे हो, रेलवे हो, एयरवे हो, वाटर वेज हो... कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिस क्षेत्र को आगे बढ़ाने की दिशा में देश काम न करता हो. पिछले 9 वर्ष में हमने आदिवासी क्षेत्र और पहाड़ी क्षेत्र में विकास को बहुत बल दिया है. हमने पर्वतमाला-भारतमाला जैसी योजनाओं के जरिए समाज के उस वर्ग को बल दिया है. हमने अस्पतालों की संख्या बढ़ाई है, हमने डॉक्टरों की सीटें बढ़ाई हैं. 


पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मैं लालकिले से आपकी मदद मांगने आया हूं, मैं आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं. आजादी के अमृतकाल में 2047 में, जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा झंडा विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए. 


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