Independence Day 2024 Highlights: भ्रष्टाचार-परिवारवाद का खात्मा, विकसित भारत का संकल्प...पढ़ें PM मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
Independence Day 2024 Celebration Highlights: देशभर में लोग गुरुवार (15 अगस्त) को 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं. पीएम मोदी ने इस मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया.
जम्मू और कश्मीर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने श्रीनगर में 300 फीट लंबे तिरंगे के साथ छात्र तिरंगा रैली का आयोजन किया.
आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने कहा, "सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. आजादी का मतलब सिर्फ एक दिन के लिए तिरंगा फहराना नहीं है. जिन मूल्यों के लिए हमें आजादी मिली, चाहे वह सम्मान हो या न्याय, वे आज भी कई मील दूर हैं. प्रधानमंत्री ने विकसित भारत की अवधारणा के बारे में बात की और इससे मुझे बहुत खुशी हुई लेकिन दुख हुआ कि 11वीं बार भी प्रधानमंत्री चुनावी भाषण और लाल किले की प्राचीर से दिए गए भाषण के बीच का अंतर नहीं समझ पाए. इस अंतर को समझना होगा."
आज लंदन के इंडिया हाउस में वार्षिक स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में प्रवासी समुदाय के सदस्य और ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी शामिल हुए. ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने कहा, "सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. एक भारतीय राजनयिक के लिए स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में हमारे अस्तित्व की 78वीं सुबह यहां यूनाइटेड किंगडम में राष्ट्रीय तिरंगा फहराने से बड़ी कोई खुशी नहीं है. हम सभी के सामूहिक प्रयासों से 2047 में एक विकसित भारत का हमारा सपना साकार हो."
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "आज हमारा राष्ट्रीय पर्व है, हम सब इस दिन को मनाते हैं. इस देश के लोगों ने अपनी आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है. आज हमें शांति और प्रेम का संदेश देना चाहिए. यह दिन झूठ फैलाने के लिए नहीं है."
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज के शासक विभाजनकारी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं और नफरत फैलाने के इरादे से 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मना रहे हैं. 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में अपने संबोधन में खड़गे ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि संघ परिवार ने अपने फायदे के लिए अंग्रेजों की 'फूट डालो और राज करो' की नीति को बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा, "विविधता में एकता हमारी ताकत है, कमजोरी नहीं. कुछ लोग प्रचार करते हैं कि हमें आजादी आसानी से मिल गई, लेकिन सच्चाई यह है कि लाखों लोगों ने बलिदान दिया, अपना घर छोड़ा और यहां तक कि संपन्न परिवारों के लोगों ने भी जेलों में समय बिताया."
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "मैं उन सभी बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. मैं उन लोगों को नमन करना चाहता हूं जिन्होंने 'मां भारती' की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी. उत्तराखंड 'देवभूमि' होने के साथ-साथ 'वीरभूमि' भी है."
अहमदाबाद के एक व्यक्ति ने आज श्रीनगर के लाल चौक के घंटाघर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. अहमदाबाद के रहने वाले अरुण 2022 से हर साल स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए कश्मीर आते रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर पर भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं से मिले. इन ओलंपिक विजेताओं ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
बीएसएफ ने गुजरात के बनासकांठा में भारत-पाक सीमा के जीरो पॉइंट नाडाबेट पर स्वतंत्रता दिवस मनाया. बीएसजी गुजरात के आईजी अभिषेक पाठक ने कहा, "देश के सभी नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. हमने तिरंगा फहराया और इस कार्यक्रम में आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. एक बाइक रैली को हरी झंडी दिखाई गई, ये 50 बाइकर्स आसपास के इलाकों में जाएंगे और स्वतंत्रता दिवस, देशभक्ति और 'हर घर तिरंगा' के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे."
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के जनकपुरी में 1 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय ध्वज के साथ तिरंगा यात्रा निकाली गई. पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा, "यह एक किलोमीटर लंबा झंडा हमारे लंबे इतिहास और हमारे उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक है. मैं क्षेत्र के लोगों को बड़ी संख्या में यहां आने और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद देती हूं."
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चेन्नई के फोर्ट सेंट जॉर्ज में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कांग्रेस मुख्यालय पर झंडा फहराया. इस दौरान उनके साथ पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद रहे.
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने आज दिल्ली में अपने आवास पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. देश आज आजादी की 78वीं सालगिरह मना रहा है.
बीएसएफ अमृतसर सेक्टर के डीआइजी एसएस चंदेल ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अमृतसर में अटारी-वाघा सीमा पर तिरंगा फहराया. देश आज आजादी के जश्न में डूबा हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधन खत्म हो गया है. उन्होंने स्पेस सेक्टर से लेकर महिलाओं की भागीदारी तक के मुद्दों का जिक्र किया. उन्होंने देश से विकसित भारत की ओर कदम बढ़ाने की भी बात की.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हर काम को चुनाव से रंग दिया गया है. सभी राजनीति दलों ने अपने विचार रखे हैं. एक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयारी है. देश को वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए आगे आना होगा. मैं राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि भारत की प्रगति के लिए वन नेशन, वन इलेक्शन के सपने को साकार करने के लिए आगे आना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवाद और जातिवाद से लोकतंत्र को नुकसान पहुंच रहा है. इससे हमें देश को मुक्ति दिलानी है. हमारा एक मिशन ये भी है कि एक लाख ऐसे लोगों को आगे लाया जाए, जिनके परिवार में किसी का भी राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं हो. इससे देश को परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति मिलेगी. इससे नयी सोच सामने आएगी. वे किसी भी दल में जा सकते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है. देश का एक बड़ा वर्ग मानता है कि सिविल कोड सांप्रदायिक है. इस बात में सच्चाई भी है. ये भेदभाव करने वाला सिविल कोड है. संविधान के 75 वर्ष जब मनाए जाएंगे तो संविधान निर्माताओं का जो सपना था, उसे पूरा करना हमारा दायित्व है. मैं चाहता हूं कि हर वर्ग इस पर चर्चा करे. धर्म के आधार पर बांटने वाले कानूनों का समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता है. अब समय की मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो. कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की ओर जाना होगा. तब जाकर हमें धर्म के आधार पर होने वाले भेदभाव से मुक्ति मिलेगी.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बांग्लादेश में हुई हिंसा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते चिंता होना आम बात है. मैं आशा करता हूं कि वहां पर हालात जल्द ही सामान्य होंगे. देशवासी चाहते हैं कि वहां के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो. भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख-शांति के मार्ग पर चलें. शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है. आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारे शुभचिंतन ही रहेगा, क्योंकि हम मानव जाति की भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासी भ्रष्टाचार की दीमक से परेशान रहे हैं. हर स्तर के भ्रष्टाचार ने लोगों के विश्वास को तोड़ा है. हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ा है. मैं जानता हूं कि इसकी कीमत मुझे चुकानी पड़ती है. मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जाता है, लेकिन राष्ट्र से बड़ी मेरी प्रतिष्ठा नहीं हो सकती है. देश के सपनों से बड़ा मेरा सपना नहीं हो सकता है. इसलिए भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी. भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई शुरू होगी. मैं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भय का माहौल पैदा करना चाहता हूं.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं. खुलेआम इसका जय जयकार कर रहे हैं. ये समाज के लिए चुनौती बन गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों ऐसे भी होते हैं जो प्रगति नहीं देख सकते हैं. वे भारत का भला नहीं सोच सकते हैं, क्योंकि जब तक उनका भला ना हो, तब तक वे किसी का भला नहीं सोचते हैं. ऐसी विकृत मानसिकता वाले लोगों से जनता को बचना होगा. वे निराशा की गर्त में डूबे लोग हैं. ऐसे लोगों से देश को सावधान रहना होगा.
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हम ताकतवर बनेंगे, वैसे-वैसे हमारी चुनौतियां बढ़ने वाली हैं. बाहर की चुनौतियां भी बढ़ने वाली हैं. मगर मैं ऐसी शक्तियों को कहना चाहता हूं कि भारत का विकास किसी के लिए संकट लेकर नहीं आता है. हमने कभी दुनिया को युद्ध में नहीं झोंका. हम बुद्ध के देश हैं, युद्ध के नहीं. मैं विश्व समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि वे भारत के आगे बढ़ने से चिंतित नहीं हो. चुनौतियां कितनी ही क्यों ना हो. चुनौती को चुनौती देना भारत की फितरत में है.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां पर वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत का परचम लहराया है. मैं देश के एथलीटों को भारत की तरफ से बधाई देता हूं. आने वाले दिनों में भारत का एक दल पेरिस पैरालंपिक खेलों में जाएगा. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.
उन्होंने कहा कि भारत में जी20 का आयोजन हुआ. कई शहरों में 200 से ज्यादा इवेंट आयोजित किए गए. इसने दिखाया है कि भारत के पास बड़े से बड़े इवेंट को आयोजित करने की ताकत है, इसलिए हमारा सपना है कि 2036 में होने वाला ओलंपिक हमारे यहां आयोजित हो. इसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि पेरिस समझौते के तहत जो लक्ष्य तय किए गए थे. उसे पूरा करने वाला जी20 देशों में सिर्फ एक ही देश है, वो है भारत. 2030 तक रेलवे को नेट जीरो एमिशन करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग बढ़ रही है. पीएम सूर्य योजना से लोगों को व्हीकल चार्ज करना आसान हो गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले डिफेंस बजट बाहर से हथियार खरीदने में खत्म हो जाता था. आज हम रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे हैं. आज रक्षा उपकरण निर्माण में हमारी अपनी पहचान है. भारत डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ चिंता की बातें भी हैं. मैं यहां से अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं. एक समाज के नाते हमें ये सोचना होगा कि हमारी माता, बहनों और बेटियों के साथ जो अत्याचार हो रहे हैं. उसके प्रति लोगों का आक्रोश है. राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो, राक्षसी काम करने वाले लोगों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो. समाज में विश्वास पैसा करने के लिए ये जरूरी है. महिलाओं पर अत्याचार की जब घटनाएं होती हैं तो उसकी बहुत ज्यादा चर्चा होती है. मगर जब ऐसा करने वाले राक्षसी व्यक्ति को सजा होती है तो इसकी खबर कोने में नजर आती है. इस पर चर्चा नहीं होती है. अब समय की मांग है कि ऐसा करने वाले दोषियों की भी व्यापक चर्चा हो ताकि ऐसा पाप करने वालों को भी डर हो कि उन्हें फांसी पर लटकना पड़ेगा. मुझे लगता है कि ये डर पैदा करना जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा कि महिला आधारित विकास के मॉडल पर काम किया गया है. इनोवेशन से लेकर आंत्नप्रन्योरशिप समेत हर सेक्टर में महिलाओं के कदम बढ़ते जा रहे हैं. महिलाएं सिर्फ भागीदारी नहीं बढ़ा रही हैं, बल्कि नेतृत्व कर रही हैं. हमारी सेना, नौसेना, वायुसेना और स्पेस सेक्टर में महिलाओं का दम-खम देखा जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई के लिए छात्र बाहर जा रहे हैं. इसलिए अब 10 सालों में मेडिकल सीटों की संख्या 1 लाख हो गई है. अगले पांच साल में मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार नई सीटें बनाई जाएंगी. हमने राष्ट्रीय पोषण मिशन चलाया है, ताकि बच्चों को पोषण मिल सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि साइंस और टेक्नोलॉजी पर बल देने की जरूरत है. चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद साइंस और टेक्नोलॉजी के प्रति छात्रों की दिलचस्पी बढ़ी है. इस दिलचस्पी को सही दिशा में ले जाने के लिए संस्थानों को आगे आना होगा. सरकार ने रिसर्च के लिए सपोर्ट बढ़ाया है. नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की व्यवस्था बनाई है. बजट में एक लाख करोड़ रुपये रिसर्च और इनोवेशन पर देने का प्रण लिया गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति लाई गई है. इसके जरिए अब युवाओं को विदेश जाकर पढ़ने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि विदेश से भी लोग यहां पढ़ने आएंगे. बिहार में नालंदा यूनिवर्सिटी को शुरू किया गया है. नई शिक्षा नीति ने मातृभाषा पर बल दिया है. भाषा की वजह से हमारे देश के टैलेंट को रुकावट नहीं आना चाहिए.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 60 साल बाद जनता में हमें लगातार तीसरी बार देश सेवा का मौका दिया. जनता के आशीर्वाद में मेरे लिए सिर्फ एक संदेश है- जन-जन की सेवा, हर परिवार की सेवा, हर क्षेत्र की सेवा और इसे लेकर के विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचना. लाल किले की प्राचीर से मैं देशवासियों को कोटि-कोटि नमन करता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच भारत ने अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाया. जात-पात-मत-पंथ से ऊपर उठकर हर घर में तिरंगा फहराया जाता है, तब लगता है कि देश की दिशा सही है. आज पूरा देश तिरंगा है, हर घर तिरंगा है. ना कोई जात पात है और ना कोई ऊंच-नीच है. सभी भारतीय हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आकांक्षाओं से भरा हुआ है. हर सेक्टर में काम में तेजी लाने पर हमारा फोकस है. बदलाव के लिए जो इंफ्रास्ट्रक्चर चाहिए, उस पर हम काम करें. नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं को हम बल दें. इसकी वजह से समाज आकांक्षाओं से भरा हुआ है. देश में लोगों की आय दोगुना हुई है. ग्लोबल संस्थानों का भारत के प्रति भरोसा बढ़ा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने देशवासियों के लिए 1500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया, ताकि लोगों को इस जंजाल में फंसना ना पड़े. हमने छोटी-छोटी गलतियों की वजह से लोगों को जेल में धकेलने वाले कानूनों को भी खत्म किया. आपराधिक कानून को बदला गया है. मैं हर पार्टी के प्रतिनिधि से आह्वान करता हूं कि वे हमारे इज ऑफ लिविंग मिशन में कदम उठाने के लिए मदद करें.
पीएम मोदी ने कहा, "विकसित भारत 2047 के लिए हमने देशवासियों से सुझाव मांगे. हमें प्राप्त अनेक सुझाव हमारे नागरिकों के सपनों और आकांक्षाओं को दर्शाते हैं. कुछ लोगों ने भारत को कौशल राजधानी बनाने का सुझाव दिया, कुछ अन्य ने कहा कि भारत को विनिर्माण केंद्र बनाया जाना चाहिए और देश को आत्मनिर्भर बनना चाहिए. शासन और न्याय प्रणाली में सुधार, ग्रीनफील्ड शहरों का निर्माण, क्षमता निर्माण, भारत का अपना स्पेस स्टेशन, ये नागरिकों की आकांक्षाएं हैं. जब देश के लोगों के इतने बड़े सपने होते हैं, तो ये हमारे आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं और हम और अधिक दृढ़ हो जाते हैं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में सड़क, रेल, हाइवे, स्कूल-कॉलेज, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, अमृत सरोवर, दो लाख पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर, चार करोड़ पक्के घर बनाने जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए गए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि स्पेस सेक्टर हमारे साथ जुड़ा हुआ भविष्य है. हमने स्पेस सेक्टर में काफी ज्यादा सुधार किया है. सैकड़ों स्टार्टअप स्पेस सेक्टर में आए हैं. स्पेस सेक्टर भारत को मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण अंग है. आज प्राइवेट सैटेलाइट और रॉकेट लॉन्च हो रहे हैं. आज मैं कह सकता हूं कि नीति-नीयत सही होती है तो हमें निश्चित परिणाम मिलते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को आजादी तो मिली, लेकिन उन्हें हर सुविधा के लिए सरकार के आगे हाथ फैलाना पड़ता था. आज सरकार घर तक नल से जल और गैस सिलिंडर पहुंचा रही है. दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है.
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लोगों के सपनों को पूरा नहीं किया गया. जब हमें जिम्मेदारी मिली तो हमने बड़े सुधार किए. हमने बदलाव के लिए रिफॉर्म को चुना. हम सुधार सिर्फ वाहवाही के लिए नहीं करते हैं. हम मजबूरी में नहीं, बल्कि मजबूती देने के लिए सुधार कर रहे हैं. हम राजनीति के लिए सुधार नहीं करते हैं. हमारा सिर्फ एक ही मकसद होता है और वो है नेशन फर्स्ट, यानी राष्ट्र हित सुप्रीम. मेरा भारत महान बने, इसी संकल्प को लेकर हम कदम उठाते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के संकटकाल को नहीं भूला जा सकता है. यहां पर लोगों को तेजी से वैक्सीन लगाई गई. यही वो देश है, जहां जब आतंकवादी हमले करके चले जाते थे. जब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है. जब सेना एयरस्ट्राइक करती है तो युवाओं का सीना गर्व से भर जाता है. यही बातें हैं जो देशवासियों के मन को गर्व से भरती हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के संकटकाल को नहीं भूला जा सकता है. यही वो देश है, जहां जब आतंकवादी हमले करके चले जाते थे. जब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है. जब सेना एयरस्ट्राइक करती है तो युवाओं का सीना गर्व से भर जाता है. यही बातें हैं जो देशवासियों के मन को गर्व से भरती हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि तीन करोड़ परिवारों को नल से जल मिल रहा है. जल जीवन मिशन के तहत 12 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है. 15 करोड़ परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. गरीब, दलित, पीड़ित, आदिवासी भाई-बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों हम जरा आजादी के पहले के उन दिनों को याद करें. सैकड़ो साल की गुलामी. हर कालखंड संघर्ष का रहा है. महिला हो, युवा हो, आदिवासी हो, वे सब गुलामी के खिलाफ जंग लड़ते रहे. 1857 का स्वतंत्रता संग्राम के पूर्व ही हमारे कई आदिवासी क्षेत्र थे, जहां आजादी की जंग लड़ी जाती रही थी. आजादी की जंग इतनी लंबी थी. अपरंपार यातनाएं, जुल्मी शासन सामान्य मानवी का विश्वास तोड़ने की तरकीबें, फिर भी उस समय की संख्या के करीब 40 करोड़ देशवासियों ने वो जज्बा दिखाया, वो सामर्थ्य दिखाया. एक संकल्प लेकर चलते रहे, एक सपना लेकर चलते रहे. जूझते रहे. एक ही सपना था वंदे मातरम, एक ही सपना था देश की आजादी का.
उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम उन्हीं के वंशज हैं. 40 करोड़ लोगों ने दुनिया की महान सत्ता को उखाड़ फेंका था. अगर हमारे पूर्वज जिनका खून हमारी रगों में है, आज हम 140 करोड़ हैं. अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियों को तोड़ सकते हैं, आजादी लेकर के रह सकते हैं तो 140 करोड़ मेरे नागरिक, मेरे परिवारजन अगर संकल्प लेकर चल पड़ते हैं, एक दिशा निर्धारित कर चल सकते हैं, कदम से कदम मिलाकर, कंधे से कंधा मिलाकर, तो चुनौतियां कितना ही क्यों न हो, संसाधनों के लिए जूझने की नौबत हो तो भी हम स्मृद्धि पा सकते हैं. हम 2047 तक विकसित भारत बना सकते हैं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि प्यारे देशवासियों इस वर्ष और पिछले कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदाओं में अनेक लोगों ने अपने परिवारों को खोया है. संपत्ति खोई है. राष्ट्र निधि का नुकसान हुआ है. मैं आज उन सबके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि देश इस संकट की घड़ी में उन सबके साथ खड़ा है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के 40 करोड़ लोगों ने दुनिया की महासत्ता को उखाड़ कर फेंक दिया था. हमारे पूर्वजों का खून हमारे शरीर में है. आज हम 140 करोड़ नागरिक हैं. अगर हम संकल्प लेकर चलते हैं तो हम हर चुनौती को पार करते हुए विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर 40 करोड़ लोग आजादी के सपने को पूरा कर सकते है तो 140 करोड़ के देश के मेरे नागरिक, मेरे परिवारजन अगर एक साथ चल पड़ते हैं तो चुनौतियां कितनी भी क्यों न हो, हम समृद्ध भारत बना सकते है. 2047 का विकसित भारत बना सकते हैं.
पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश के लिए बलिदान देने वाले अनगिनत 'आजादी के दीवाने' को श्रद्धांजलि देने का दिन है. यह देश उनका ऋणी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया है. वह लगातार 11वीं बार देश को संबोधित कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला पहुंच चुके हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी लाल किले पर झंडा फहराने वाले हैं. वह लगातार 11वीं बार देश को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करने वाले हैं.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे. यहां पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया है.
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लाल किला पहुंच चुके हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां तिरंगा फहराने वाले हैं. राहुल के अलावा एनएसए अजित डोभाल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, किरेन रिजिजू भी पहुंच चुके हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लाल किला पहुंच चुके हैं. उनके साथ कई केंद्रीय मंत्री भी यहां पहुंचे हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को लगातार 11वीं बार संबोधित करने वाले हैं.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, मनसुख मांडविया और भूपेंद्र पटेल लाल किला पहुंच गए हैं. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल खट्टर भी पहुंच चुके हैं. आजादी की 78वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को लगातार 11वीं बार संबोधित करने वाले हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (15 अगस्त) को 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को बधाई दी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट में कहा, "सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएं. जय हिंद."
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर झंडा फहराया गया है. देशभर में आज स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास पर झंडा फहराया है. देशभर में गुरुवार (15 अगस्त) को आजादी का 78वां वर्ष होने पर जश्न मनाया जा रहा है.
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर इस वक्त तैयारियां चल रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां से लगातार 11वीं बार देश को संबोधित करने वाले हैं. लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था काफी ज्यादा कड़ी कर दी गई है.
भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस जश्न के लिए दिल्ली का ऐतिहासिक लाल किला पूरी तरह से तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लगातार 11वीं बार लाल किले से झंडा फहराने वाले हैं.
78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुंबई शहर की कई इमारतों को तिरंगे की रोशनी में जगमग किया गया. यह वीडियो छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल, मंत्रालय बिल्डिंग, एसबीआई बिल्डिंग और शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से है.
78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर चिनाब पुल तिरंगे से रोशन किया गया. आज दिन में चिनाब पुल पर 750 मीटर लंबा तिरंगा लहराया गया था.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा बढ़ा दी गई. सुरक्षा बल जिले के कई इलाकों में वाहनों की जांच कर रहे हैं.
लागपुडी स्थित आंध्र प्रदेश सचिवालय और विधानसभा भवन को 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तिरंगे से रोशन किया गया.
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (सीएसएमआईए) ने 78वां स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर टर्मिनल 1 और 2 दोनों को जीवंत तिरंगे रंग से सजाया है.
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पंजाब के अमृतसर में अटारी-वाघा बॉर्डर को तिरंगे के रंग में रोशन किया गया.
इस स्वतंत्रता दिवस पर वीरता के लिए सेना पदक से सम्मानित किए जाने वाले सुरक्षाबलों की लिस्ट.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 103 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है. इसमें तीन मरणोपरांत सहित चार कीर्ति चक्र हैं, चार मरणोपरांत सहित 18 शौर्य चक्र, सेना पदक (वीरता) के लिए एक बार, दो मरणोपरांत सहित 63 सेना पदक (वीरता), 11 नौसेना पदक (वीरता), और छह वायु सेना पदक (वीरता) शामिल है.
राष्ट्रपति ने विभिन्न सैन्य अभियानों में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए आर्मी डॉग केंट (मरणोपरांत) सहित 39 मेंशन-इन-डिस्पैच को भी मंजूरी दे दी है. इन ऑपरेशनों में ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन स्नो लेपर्ड, ऑपरेशन सहायता, ऑपरेशन हिफ़ाज़त, ऑपरेशन ऑर्किड और ऑपरेशन कच्छल शामिल हैं.
सशस्त्र बलों के कुल 18 कर्मियों को शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिनमें चार मरणोपरांत भी शामिल हैं. पुरस्कार पाने वालों में मेजर आशीष धोंचक और सिपाही प्रदीप सिंह शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल अनंतनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान में अपनी जान गंवा दी थी. सीआरपीएफ के कांस्टेबल पवन कुमार और देवन सी को भी मरणोपरांत पुरस्कार मिला.
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हुमायूं का मकबरा रोशन किया गया. इस बार भारत 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए तत्पर है. इस उल्लासपूर्ण अवसर पर मैं आप सब को एक बार फिर बधाई देती हूं. मैं सेनाओं के उन बहादुर जवानों को विशेष बधाई देती हूं जो अपनी जान का जोखिम उठाते हुए भी हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं. मैं पुलिस और सुरक्षा बलों के कर्मियों को बधाई देती हूं जो पूरे देश में सतर्कता बनाए रखते हैं. मैं न्यायपालिका और सिविल सेवाओं के सदस्यों के साथ-साथ विदेशों में नियुक्त हमारे दूतावासों के कर्मियों को भी अपनी शुभकामनाएं देती हूं. हमारे प्रवासी समुदाय को भी मेरी शुभकामनाएं! आप सब हमारे परिवार का हिस्सा हैं, आपने अपनी उपलब्धियों से हमें गौरवान्वित किया है. आप सब विदेशों में भारत की संस्कृति और विरासत का गर्व के साथ प्रतिनिधित्व करते हैं."
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पुराना संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट को रोशन किया गया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "आज के युवा हमारी स्वतंत्रता की शताब्दी तक के अमृत काल को यानी आज से लगभग एक चौथाई सदी के कालखंड को स्वरूप प्रदान करेंगे. उनकी ऊर्जा और उत्साह के बल पर ही हमारा देश नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा. युवाओं के मनो-मस्तिष्क को विकसित करना, परंपरा और समकालीन ज्ञान के सर्वश्रेष्ठ आयामों को ग्रहण करने वाली नई मानसिकता का निर्माण करना हमारी प्राथमिकता है. इस संदर्भ में, वर्ष 2020 से लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिणाम सामने आ रहे हैं."
राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "युवा प्रतिभा का समुचित उपयोग करने के लिए, सरकार ने कौशल, रोजगार और अन्य अवसरों को सुलभ बनाने के लिए पहल की है. रोजगार और कौशल के लिए प्रधानमंत्री की पांच योजनाओं के माध्यम से पांच वर्षों में चार करोड़ दस लाख युवाओं को लाभ मिलेगा. सरकार की एक नई पहल से पांच वर्षों में एक करोड़ युवा अग्रणी कंपनियों में Internship करेंगे. ये सभी कदम, विकसित भारत के निर्माण में आधारभूत योगदान देंगे."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "क्रिकेट में भारत ने टी-20 विश्व कप जीता, जिससे बड़ी संख्या में क्रिकेट-प्रेमी आनंदित हुए. शतरंज में विलक्षण प्रतिभा वाले युवा खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया है. इसे शतरंज में भारतीय युग का आरंभ माना जा रहा है. बैडमिंटन, टेनिस और अन्य खेलों में हमारे युवा खिलाड़ी विश्व मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं. उनकी उपलब्धियों ने अगली पीढ़ी को भी प्रेरित किया है."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "खेल जगत भी एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हमारे देश ने पिछले दशक में बहुत प्रगति की है. सरकार ने खेल के बुनियादी ढांचे के विकास को समुचित प्राथमिकता दी है और इसके परिणाम सामने आ रहे हैं. हाल ही में संपन्न पेरिस ओलंपिक खेलों में भारतीय दल ने अपना उत्कृष्ट प्रयास किया. मैं खिलाड़ियों की निष्ठा और परिश्रम की सराहना करती हूं. उन्होंने युवाओं में प्रेरणा का संचार किया है."
राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "हाल के वर्षों में, भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है. आप सभी के साथ, मैं भी अगले साल गगनयान मिशन के लॉन्च का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं, जो भारत की पहली मानव अंतरिक्ष फ्लाइट में भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की एक टीम को अंतरिक्ष में ला जाएगा."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "जी-20 की अध्यक्षता के सफल समापन के बाद, भारत ने ग्लोबल साउथ की आवाज के रूप में अपनी भूमिका मजबूत कर ली है. भारत अपनी प्रभावशाली स्थिति का उपयोग विश्व शांति और समृद्धि का दायरा बढ़ाने के लिए करना चाहता है."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "हमारे अन्नदाता किसानों ने यह सुनिश्चित किया है कि कृषि उत्पादन उम्मीदों से बेहतर बना रहे. इसके साथ ही उन्होंने भारत को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और हमारे लोगों का पेट भरने में बहुत बड़ा योगदान दिया है."
राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "समावेशी भावना, हमारे सामाजिक जीवन के हर पहलू में दिखाई देती है. अपनी विविधताओं और बहुलताओं के साथ, हम एक राष्ट्र के रूप में, एकजुट होकर, एक साथ, आगे बढ़ रहे हैं. समावेश के साधन के रूप में, affirmative action को मजबूत किया जाना चाहिए. मैं दृढ़ता के साथ यह मानती हूं कि भारत जैसे विशाल देश में, कथित सामाजिक स्तरों के आधार पर कलह को बढ़ावा देने वाली प्रवृत्तियों को खारिज करना होगा. महिलाओं को केंद्र में रखते हुए सरकार द्वारा अनेक विशेष योजनाएं भी लागू की गई हैं. नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उद्देश्य महिलाओं का वास्तविक सशक्तीकरण सुनिश्चित करना है."
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ''हम अपने संविधान की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. हमारे नव-स्वाधीन राष्ट्र की यात्रा में गंभीर बाधाएं आई हैं. न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुता के संवैधानिक आदर्शों पर दृढ़ रहते हुए, हम इस अभियान के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि भारत, विश्व-पटल पर अपना गौरवशाली स्थान पुनः प्राप्त करे. वर्ष 2021 से वर्ष 2024 के बीच 8 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर हासिल करके, भारत सबसे तेज गति से बढ़ने वाली बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में शामिल है. इससे न केवल देशवासियों के हाथों में अधिक पैसा आया है, बल्कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या में भी भारी कमी आई है. यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, और हम शीघ्र ही विश्व की तीन शीर्षस्थ अर्थ-व्यवस्थाओं में स्थान प्राप्त करने के लिए तैयार हैं. यह सफलता किसानों और श्रमिकों की अथक मेहनत, नीति-निर्माताओं और उद्यमियों की दूरगामी सोच तथा देश के दूरदर्शी नेतृत्व के बल पर ही संभव हो सकी है. हमारे अन्नदाता किसानों ने उम्मीदों से बेहतर कृषि उत्पादन सुनिश्चित किया है. ऐसा करके, उन्होंने भारत को कृषि-क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और हमारे देशवासियों को भोजन उपलब्ध कराने में अमूल्य योगदान दिया है. जी-20 की अपनी अध्यक्षता के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के बाद, भारत ने Global South को मुखर अभिव्यक्ति देने वाले देश के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत बनाया है. भारत अपनी प्रभावशाली स्थिति का उपयोग विश्व शांति और समृद्धि के विस्तार हेतु करना चाहता है.''
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ''हम उस परंपरा का हिस्सा हैं जो स्वाधीनता सेनानियों के सपनों और उन भावी पीढ़ियों की आकांक्षाओं को एक कड़ी में पिरोती है जो आने वाले वर्षों में हमारे राष्ट्र को अपना सम्पूर्ण गौरव पुनः प्राप्त करते हुए देखेंगी. हमने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है. अगले वर्ष उनकी 150वीं जयंती का उत्सव राष्ट्रीय पुनर्जागरण में उनके योगदान को और अधिक गहराई से सम्मान देने का अवसर होगा. आज, 14 अगस्त को, हमारा देश विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है. यह विभाजन की भयावहता को याद करने का दिन है. जब हमारे महान राष्ट्र का विभाजन हुआ, तब लाखों लोगों को मजबूरन पलायन करना पड़ा. लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. स्वतंत्रता दिवस मनाने से एक दिन पहले, हम उस अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी को याद करते हैं और उन परिवारों के साथ एक-जुट होकर खड़े होते हैं जो छिन्न-भिन्न कर दिए गए थे.''
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के नाम संबोधन में कहा कि मेरे प्यारे देशवासियो, मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं. सभी देशवासी 78वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं, यह देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लहराते हुए तिरंगे को देखना - चाहे वह लाल किले पर हो, राज्यों की राजधानियों में हो या हमारे आस-पास हो - हमारे हृदय को उत्साह से भर देता है.
स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. आईजीआई एयरपोर्ट टी3 पर सुरक्षा बल डॉग स्क्वायड की मदद से गाड़ियों की जांच कर रहे हैं. दिल्ली में बड़ी गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगी हुई है.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. 15 अगस्त 2024 को देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है, जिसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है.
78वें स्वतंत्रता दिवस से पूर्व संध्या को अब थोड़ी देर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन शुरू होगा. इससे पहले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल राज्य मंत्री वी सोमन्ना के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की.
बैकग्राउंड
Independence Day 2024 Highlights: भारत में आजादी का जश्न यानी कि 78वें स्वतंत्रता दिवस को गुरुवार (15 अगस्त) को मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त 2024 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और फिर देश को संबोधित किया. यह देश के नाम उनका लगातार 11वां संबोधन रहा और लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला संबोधन था. इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार और परिवारवाद खत्म करने की बात की. साथ ही विकसित भारत पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि देश में आने वाले पांच सालों में मेडिकल कॉलेजों की सीटों की संख्या में इजाफा किया जाएगा. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि नई शिक्षा नीति के जरिए सुधार किए जाएंगे ताकि छात्रों को विदेश जाकर पढ़ने की जरूरत नहीं पड़े. पीएम मोदी ने कहा कि देश अब धीरे-धीरे डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है. स्किल पर जोर दिया जा रहा है और स्पेस सेक्टर में भी ग्रोथ देखने को मिल रही है. कोरोना के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी है.
वहीं, स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सोमवार (12 अगस्त 2024) से ही दिल्ली में यातायात संबंधी पाबंदियां लगाई गई हैं. इसके तहत दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में रास्ते बदले गए और भारी गाड़ियों के शहर में एंट्री पर रोक लगा दी गई है. वहीं दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) 15 अगस्त को अपनी सभी लाइन पर टर्मिनल स्टेशन से तड़के चार बजे ट्रेन परिचालन शुरू कर दिया.
पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया. केन्द्र सरकार ने 15 अगस्त 2024 को केंद्रीय और राज्य बलों के 1,037 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा की है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार 214 कर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें एक राष्ट्रपति वीरता पदक (पीएमजी) और 231 वीरता पदक (जीएम) शामिल हैं. नीचे दिए गए कार्ड्स में आप स्वतंत्रता दिवस से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स पढ़ सकते हैं.
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