Kites Fly On Independence Day: 15 अगस्त 2022 को हिंदुस्तान अपनी आजादी के 75 वें साल का जश्न मनाएगा. हर साल की तरह अलग-अलग समारोह आयोजित होंगे. हमेशा की तरह लोग देशभक्ति के रंग में सराबोर हो जाएंगे. इस दौरान लोग पतंग उड़ाकर भी आजादी का उत्सव मनाते हैं. आसमान में हर तरफ तिरंगा छपी पतंगें दिखाई देती हैं. अपनी इस स्टोरी में हम आपको बतायेंगे कि क्यों स्वतंत्रता दिवस के दिन लोग पतंग उड़ाते हैं और इसका ऐतिहासिक महत्व क्या है-


अंग्रेजों के प्रतिरोध का प्रतीक है पतंग-


1927 में साइमन कमीशन भारत आया था. उसमें एक भी सदस्य भारतीय नहीं था,जिसके चलते देशभर में इसका विरोध हुआ. स्वतंत्रता सेनानियों ने 'साइमन गो बैक' के नारे लगाए. जिसकी वजह से उन पर अंग्रेजों के द्वारा लाठियां बरसाई गईं. इसी लाठीचार्ज के चलते लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई और लखनऊ में विरोध कर रहे पं.जवाहर लाल नेहरू बुरी तरह से जख्मी हो गए. लेकिन देश वासियों का हौसला नहीं टूटा. लोगों ने 'साइमन गो बैक' लिखी पतंगें उड़ाईं और अनोखे तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया. विरोध के इस खास तरीके को बाद में भारतीय अपनी एतिहासिक विरासत मानते हुए हर साल पतंग उड़ाते हैं और आजादी का उत्सव मनाते हैं.


तिरंगे के रंग में रंग जाता है आसमान-


इस दिन पतंगों से आसमान तिरंगे के रंग में रंग जाता है और चारों ओर खुशहाली का माहौल होता है.तिरंगा बनी पतंगों से पूरा आसमान हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रंग में रंग जाता है.पतंग उड़ाने वाले लोग हर उम्र के होते हैं.बच्चे-बूढ़े,महिलायें-पुरुष हर कोई 15 अगस्त को पतंग उड़ाकर आाजादी का उत्सव मनाते हैं.इस दिन हर कोई बेहद खुश होता है और लोगों के द्वारा मिठाईयां बांटी जाती हैं.