नई दिल्ली: देश 73वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. 15 अगस्त के जश्न में खलल ना पड़े इसके लिए सुरक्षा एजेंसीज ने भी कमर कस ली है. देश के चप्पे-चप्पे में सुरक्षा के सख्त बंदोबस्त किए गए हैं. दरअसल सुरक्षा एजेंसीज के पास इनपुट है की बारत सरकार के आर्टिकल 370 पर लिए गए ऐतिहासिक फैसले से बौखलाया पाकिस्तान बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देना चाहता है. ऐसी कोई वारदात न हो इसके लिए कड़ी सुरक्षा के इंतेज़ाम किये गए है. साथ ही  एलओसी पर सेना को अलर्ट पर रखा गया है.


पीएम मोदी की सुरक्षा


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार देश को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करेंगे. इस दौरान उनके लिए पांच लेयर सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है. पहला घेरा एसपीजी, दूसरा एनएसजी कमांडो, तीसरा आर्मी, चौथा पेरामिल्ट्री फ़ोर्स और पांचवा घेरा दिल्ली पुलिस के जवानों का होगा.


लाल किले पर भारी सुरक्षा


लाल किले की चेकिंग डॉग स्क्वाड और दूसरे इक्विपमेंट से लगातार की जा रही है. इतना ही नही लालकिला के आसपास ही करीब 800 हाई रेसोलुशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, जिनकी रेंज करीब 5 किलोमीटर है. यानी 5 किलोमीटर दूर खड़े शख्स को भी ये आसानी से फोकस कर सकेंगे. सबसे अहम ये भी है की एजेंसीज इस बार एफआरएस यानी फेस रेकोगोनीसिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रही है जो किसी संदिग्ध को देखते ही पुलिस को अलर्ट कर देंगे.



दिल्ली पुलिस की 10 कंपनी लालकिले के आसपास तैनात रहेगी. ड्रोन उड़ाने पर एकदम रोक है. वहीं लालकिले के आसपास पतंग उड़ाने पर सुबह 7.30 से 8.30 तक पतंग उड़ाने पर रोक होगी. हाई राइज बिल्डिंग पर दिल्ली पुलिस और एनएसजी के शॉर्प शूटर तैनात रहेंगे.


भीड़भाड़ वाले इलाके खास इंतजाम


सुरक्षा एजेंसी को यह भी इनपुट है कि आतंकी 15 अगस्त के कार्यक्रम के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाको को भी निशाना बनाने की फिराक में है. इसी के मद्देनज़र दिल्ली पुलिस ने सभी भीड़भाड़ वाले इलाके जैसे मॉल, मार्किट, सिनेमा हॉल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और एयरपोर्ट पर चेकिंग बढ़ा दी है. उन जगहों पर पूरी तरह स्कैनिंग के बाद ही किसी को भी जाने दिया जा रहा है.


मेट्रो ट्रैन और स्टेशन पर सुरक्षा बल सतर्क


इस बार मेट्रो ट्रैन और स्टेशन पर भी सुरक्षा बालो अधिक सतर्क रहने को कहा है. 15 अगस्त के कार्यक्रम के चलते सुरक्षा की दृष्टि से मेट्रो पार्किंग आज से 15 अगस्त के कार्यक्रम तक बंद कर दी गयी है. साथ ही कुछ मेट्रो स्टेशन जिनमे लालकिला, जमामस्जिद, मंडी हाउस शामिल है इनपर कार्यक्रम के दौरान एंट्री रिस्ट्रिक्टेड होगी. राजधानी के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा कर्मी बेहद मुस्तैद नज़र आ रहे है.



राजधानी दिल्ली के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. आइए देखते हैं किस राज्य में क्या है व्यवस्था


पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा


पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और राज्य की सीमा पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है. केंद्र प्रशासित क्षेत्र चंडीगढ़ में भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. चंडीगढ़ दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी है. अधिकारियों ने बताया कि 15 अगस्त के आयोजन स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, पानीपत, अंबाला सहित सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों तथा अंतर राज्यीय बस टर्मिनल और अन्य स्थानों के इर्द गिर्द सुरक्षा बढ़ा दी गयी है, सीमाई क्षेत्रों में भी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गयी है.


जम्मू-कश्मीर में सेना अलर्ट पर, पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम


जम्मू से मिली खबर के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस समारोहों के पहले सेना और बीएसएफ, भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास कड़ी चौकसी बरत रही है. जम्मू क्षेत्र में ज्यादातर जिलों में पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है और जम्मू शहर में जांच तेज कर दी गयी है. अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटे जाने के फैसले के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है.


राज्य गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर को लेकर केंद्र के फैसले को ध्यान में रखते हुए राज्य में खास प्रबंध किए गए हैं. एक आईएएस अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार से अलर्ट मिला है और स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए हम विशेष सुरक्षा इंतजाम कर रहे हैं. राज्य के अन्य सभी हिस्से में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी गयी है.



एक अधिकारी ने बताया कि 15 अगस्त के मद्देनजर एलओसी के आसपास सेना अलर्ट पर है और कड़ी चौकसी बरती जा रही है. इसी तरह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास, खास कर संवेदनशील क्षेत्रों में बीएसएफ कड़ी निगरानी कर रहा है.
किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सीमाई राज्य में सुरक्षा के असाधारण इंतजाम किए गए हैं.


मुंबई में 40,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात


मुंबई में स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर 40,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी आर्थिक राजधानी की पहरेदारी करेंगे. महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक सामान्य अलर्ट जारी किया गया है. पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. मुंबई पुलिस के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि शहर और उपनगर में कम से कम 40,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि पुलिस को मिली सूचना के अनुसार, अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा निरस्त करने के केंद्र के कदम से कुछ क्षेत्रों में थोड़ा असर पड़ सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें सामान्य सूचना मिली हैं. हम किसी भी घटना से निपटने के लिए तैयार हैं और हमारे सुरक्षा बल सतर्क हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ मुस्लिम बहुल इलाकों के निवासियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. हमने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध किया है.’’


पश्चिम बंगाल में 23 प्रवेश स्थलों पर चौकसी बढ़ी


पश्चिम बंगाल में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गयी है. स्वतंत्रता दिवस समारोह के पहले कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों के अलावा राज्य के जिलों में सुरक्षा बढ़ाई गई है. कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम के अलावा महानगर के सभी प्रवेश और निकास स्थलों पर कड़ी निगरानी की जा रही है. अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने शहर के 23 प्रवेश स्थलों पर चौकसी बढ़ा दी है. शहर और शहर के आसपास के सभी बड़े-छोटे होटलों, गेस्ट हाउस और लॉज पर नजर रखी जा रही है ताकि समुचित कागजात के बिना इस अवधि में कोई नहीं ठहरे.’’