Independence Day Celebration: सोमवार को पूरे भारत देश में स्वतंत्रता दिवस की धूम रही. लोगों ने अपने अपने तरीके से स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया. राष्ट्रपति भवन से लेकर देश के कोने-कोने के गली-मोहल्लों में लोगों ने अपने-अपने घर पर तिरंगा लगाया. हर घर तिरंगा अभियान से पूरे देश में जोर शोर से तिरंगा (राष्ट्रीय ध्वज) फहरता रहा. इसी बीच कोच्चि मेट्रो प्रबंधन (कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड-KMRL) ने एक अनूठे अंदाज में जश्न मनाया. स्वयं के साथ लोगों को भी इसमें शामिल किया. सोमवार को किसी भी दूरी तक के स्टेशन का सफर तय करने की राशि मात्र दस रुपये रखी गई. केएमआरएल के प्रबंध निदेशक लोकनाथ बेहरा सुबह मुत्तम स्थित ओसीसी भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. "आजादी का अमृत महोत्सव को उचित तरीके से मनाने के लिए लोकनाथ बेहरा ने 15 अगस्त के अवसर पर फ्रीडम टू ट्रैवल ऑफर पेश किया. इस ऑफर के चलते लोगों ने कोच्चि मेट्रो में सिर्फ 10 रुपये में यात्रा पूरी की.
यात्रियों के लिए मेट्रो स्टेशनों पर आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
फ्रीडम फ्रॉम प्लास्टिक कैंपेन में सहभागिता करने के लिए विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों को दस हजार कपड़े के बैग बांटे गए. सुबह 11 बजे एडापल्ली मेट्रो स्टेशन पर ग्रीट्स पब्लिक स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति प्रस्तुतियां दीं. क्रिसेंट पब्लिक स्कूल के बच्चों ने अलुवा मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों के लिए मनोरंजन फ्लैश मॉब, मैजिक शो और कराटे प्रदर्शन का आयोजन किया. वायटिला मेट्रो स्टेशन से यात्रा करने वाले लोगों को 'फ्रीडम नाइट' का ऑफर दिया गया. शाम को म्यूजिक बैंड संगीत का भी प्रदर्शन हुआजबकि एडप्पल्ली मेट्रो स्टेशन पर शाम को प्लग एंड प्ले फाउंडेशन ने संगीत प्रदर्शन आयोजित किया.
लाखों लोगों का दर्द समझाती है प्रदर्शनी
14 अगस्त विभाजन डरावनी स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है. लाखों लोगों के दर्द को समझाने के लिए सभी मेट्रो स्टेशनों पर 12 से 15 अगस्त तक एक डिजिटल प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया था. जिसके माध्यम से यात्रियों ने विभाजन के दर्द को समझा. अंग्रेजों के हाथों दो सदियों के दमन और दमन के बाद औपनिवेशिक शासन से भारत की आजादी की याद भी इसमें शामिल है. स्वतंत्रता दिवस साहसी नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान व अथक प्रयासों का सम्मान करता है. जिन्होंने देश और देशवासियों की खातिर अपना पूरा जीवन लगा दिया.
इसलिए मनाया जा रहा है अमृत महोत्सव
स्वतंत्रता के लिए लंबे संघर्ष के बाद ही दुनिया के अंदर सबसे बड़े लोकतंत्र का जन्म हुआ. महात्मा गांधी जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया. आजादी का अमृत महोत्सव भारत की आजादी के 75 साल, भारत के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए भारत सरकार की ही एक पहल है. इसके लिए सरकार ने 'हर घर तिरंगा' अभियान शुरू किया था. जिसके तहत हर घर पर तिरंगा फहराया गया.
देशभक्ति की भावना के साथ बढ़ी है तिरंगे की जागरूकता
भारत सरकार की पहल पर लोगों ने अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय ध्वज के साथ संबंध को औपचारिक या संस्थागत रखने के बजाय अधिक व्यक्तिगत बनाना था. इससे लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाना और तिरंगे के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना भी था. देशवासियों ने जे आत्मसात भी किया.
चुनिंदा अवसरों को छोड़कर तिरंगा नहीं फहरा सकते थे नागरिक, कानूनी लड़ाई ने दिलाया हक
देश में भारतीय नागरिकों को चुनिंदा अवसरों को छोड़कर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति नहीं थी. लोगों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति मिलने में सबसे बड़ा हाथ उद्योगपति नवीन जिंदल का है. क्योंकि उन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई के बाद लोगों को उनका हक दिलाया. जनवरी 2004 के ऐतिहासिक एससी (सुप्रीम कोर्ट) के फैसले में घोषित किया गया था कि राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान और गरिमा के साथ स्वतंत्र रूप से फहराने का अधिकार भारतीय नागरिक का मौलिक अधिकार है. यह अधिकार भारत के संविधान में अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत मिलता है. हर घर तिरंगा अभियान के लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए नवीन जिंदल ने कहा कि हर भारतीय को प्रत्येक दिन तिरंगा को अपना आदर्श वाक्य बनाने का आग्रह किया.
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