बेंगलुरु: कर्नाटक में सियासी गठबंधन सरकार पर संकट अब और गहराता जा रहा है. कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायकों के इस्तीफे के बाद अब निर्दलीय विधायक एच नागेश ने भी अपना समर्थन वापस ले लिया है. एच नागेश गठबंधन सरकार में मंत्री थे, इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि मेरा समर्थन बीजेपी को है. सारे इस्तीफे राज्यपाल, स्पीकर को दिए जा रहे हैं मतलब सरकार गिराने का मामला सीरियस है.
13 विधायकों के इस्तीफे ने कांग्रेस के साथ-साथ जेडीएस के भरोसे की जड़ें हिला दी हैं. जेडीएस नेता जीटी देवगौड़ा ने कहा, ''अगर कांग्रेस-जेडीएस समन्वय समिति सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करती है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी.'
सीनियर नेताओं की बैठकें चल रही हैं. कांग्रेस को भरोसा है कि इस्तीफा देने वाले विधायक वापस आ जाएंगे. कांग्रेस को विधायकों की घर वापसी का इंतजार है लेकिन बागी विधायकों का कहना है कि इस्तीफा लौटाने का सवाल ही नहीं है. स उठापटक के बीच कांग्रेस ने सर्कुलर जारी कर सभी विधायकों को नौ जुलाई को हाजिर रहने का निर्देश दिया है. डर तो इस बात का भी है कि कहीं कोई और इस्तीफा ना दे दे.
इस्तीफा देने वाले कांग्रेस-जेडीएस के 10 विधायक इस वक्त मुंबई के एक होटल में डेरा जमाए बैठे हैं. इधर बीजेपी ने भी विधायकों की आज शाम पांच बजे बैठक बुलाई है. राज्यपाल के फैसले का इंतजार हो रहा है. सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल 17 जुलाई तो बहुमत परीक्षण के लिए कह कहते हैं. 12 जुलाई से कर्नाटक विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है.