Corona vaccination: भारत में कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए कोविड वैक्सिनेशन कार्यक्रम तेजी से चलाया जा रहा है. देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी. वहीं कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम के आठ महीने बीतने के बाद सामने आए आंकड़ों से पता चलता है कि देशभर की अनुमानित वयस्क आबादी के लगभग एक चौथाई को टीकों की दोनों खुराक दे दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्रायल की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देशभर में मंगलवार को लगभग 53 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गई. इसके साथ ही अभी तक देशभर में कुल 87.59 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को हुए टीकाकरण में अनुमानित वयस्क आबादी के 68 फीसदी को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक मिल गई है, जबकि 24.61 फीसदी का पूर्ण टीकाकरण हो गया है.
दोनों खुराक लेने से 97.5 फीसदी बढ़ी प्रभावशाीलता
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टीकाकरण अभियान के बाद से मृत्यु को रोकने में वैक्सीन की प्रभावशीलता दूसरी खुराक के बाद और बढ़ जाती है. बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वालों में प्रभावशीलता 97.50 फीसदी प्रभावशाली रही, जो गंभीर बीमारी और मृत्यु से लगभग पूर्ण सुरक्षा प्रदान करती है.
4 राज्यों में लगी 6 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बताया जा रहा है कि देशभर के चार बड़े राज्यों में टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है, जहां अभी तक कुल छह करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है. इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात शामिल हैं.
गौरतलब है कि इनमें से तीन बड़े राज्यों में राष्ट्रीय औसत से दूसरी खुराक कवरेज अधिक है. जिसमें गुजरात में 40 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 27 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 26 प्रतिशत दर्ज की गई है. वहीं उत्तर प्रदेश में वयस्क आबादी के केवल 13.34 प्रतिशत को ही दोनों खुराकें दी गई हैं.