Bangladesh Violence: बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर हो रहा प्रदर्शन हिंसक रूप अख्तियार कर चुका है. इसका नतीजा ये हुआ है कि अभी तक हिंसक झड़पों में 97 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. इस्तीफे की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार (4 अगस्त) को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है.
बांग्लादेश में हो रही हिंसा को लेकर भारत भी अलर्ट मोड पर आ गया है. रविवार रात भारत ने बांग्लादेश में मौजूद अपने सभी नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी. नागरिकों से कहा गया है कि वे हिंसाग्रस्त मुल्क में सावधानी बरतें और अपनी आवाजाही को जितना हो सकता है, उतना सीमित रखें. एडवाइजरी में नागरिकों से ये भी कहा गया है कि अगले आदेश तक वे बांग्लादेश की यात्रा करने से बचें. नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी हुए हैं.
भारत ने नागरिकों को क्या सलाह दी है?
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया, "चल रहे घटनाक्रम के मद्देनजर भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है. वर्तमान में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को ज्यादा सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही को सीमित करने और इमरजेंसी फोन नंबर्स के जरिए ढाका में भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है."
मंत्रालय की तरफ से इमरजेंसी नंबर भी जारी किए गए हैं, जो 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 हैं. अगर पड़ोसी देश में मौजूद किसी भी नागरिकों को किसी तरह की कोई परेशानी होती है, तो वह दिए गए नंबरों पर कॉल कर भारतीय उच्चायोग से संपर्क कर सकता है. हिंसा को देखते हुए एक हफ्ते पहले ही बांग्लादेश से कई सारे भारतीय छात्र भी देश लौटे हैं.
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