Afghanistan India Relations: अजीत डोभाल के इस बैठक में हिस्सा लेते ही पाकिस्तान में मची खलबली!
India Afghanistan Relations: रूस ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता को बहाल करने के लिए मॉस्को में पांचवीं बैठक बुलाई थी.
Afghanistan Moscow Meeting: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने 9 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. अजीत डोभाल मॉस्को में अफगानिस्तान पर बहुपक्षीय सुरक्षा को लेकर हुई बैठक में शामिल होने पहुंचे थे. मगर, डोभाल-पुतिन की मुलाकात की पाकिस्तान में काफी चर्चा हो रही है.
दरअसल, पाकिस्तान ने इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया, जिसे लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भारत काफी सावधानी से अफगानिस्तान में पाकिस्तान की स्थिति को कमजोर कर रहा है. साथ ही अफगानिस्तान में भारत की नीति पाकिस्तान पर भारी पड़ रही है और वो अलग-थलग पड़ता हुआ नजर आ रहा है.
भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया
गुरुवार को एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है. रूस में स्थित भारतीय दूतावास की ओर से ट्वीट कर बताया गया कि एनएसए अजीत डोभाल ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को लागू करने की दिशा में काम जारी रखने पर भी सहमति बनी.
मॉस्को में पांचवीं बैठक
रूस ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता को बहाल करने के लिए मॉस्को में पांचवीं बैठक बुलाई थी. इस बैठक में भारत, चीन, ईरान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, उज्बेकिस्तान तुर्कमेनिस्तान सहित कई अन्य देशों के बुलाया था. वहीं भारत ने अपनी रणनीति के तहत केंद्रीय बजट में अफगानिस्तान के लिए ढाई करोड़ डॉलर के बजट का प्रवधान किया है.
दुनिया भर के देशों की नजर
गौरतलब है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बुधवार को अपने दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रूस पहुंचे थे. इस मुलाकात पर दुनिया भर के देशों की नजर बनी हुई है, क्योंकि लम्बे समय से रूस-यूक्रेन युद्ध चल रहा है. ऐसे में ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
लेकिन.. हम पर बात नहीं होती
पाकिस्तान के प्रमुख राजनीतिक विश्लेषक कमर चीमा इस बारे में कहते हैं, "अफगानिस्तान पर बात करने के लिए क्षेत्रीय देशों के एनएसए की यह पांचवीं बैठक थी. पाकिस्तान को इस बैठक में कितनी खूबसूरती से हटा दिया गया. आज पाकिस्तान ने ऐसे हालात बना दिए हैं कि सभी देश मिलकर अफगानिस्तान पर बात कर रहे हैं लेकिन हम पर नहीं कर रहे. हम अफगानिस्तान में बड़े स्टेकहोल्डर बने फिरते थे लेकिन अब स्थिति बदल गई है."
वहीं, अफगानिस्तान पर चर्चा के लिए जब पहली क्षेत्रीय एनएसए की मीटिंग भारत में बुलाई गई थी, तब भी पाकिस्तान ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था.
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