नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत ने शनिवार को पाकिस्तान से फिर कहा कि वह भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को जल्द से जल्द पूरी राजनयिक मदद मुहैया कराए. आपको बता दें कि पाकिस्तान की एक आर्मी कोर्ट ने कायराना हरकत करते हुए भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव को कथित तौर पर जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है. जबकि इंटरनेशनल कोर्ट (आईसीजे) ने 18 मई को जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगा दिया.
546 भारतीय नागरिक पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं
भारत ने पाकिस्तान से ताजा अपील ऐसे समय में की है जब दोनों देशों ने एक-दूसरे की जेलों में बंद कैदियों की लिस्ट शेयर की है. भारत की ओर से साझा की गई पाकिस्तान की लिस्ट के मुताबिक करीब 500 मछुआरों सहित कम से कम 546 भारतीय नागरिक वहां की अलग-अलग जेलों में बंद हैं.
आईसीजे लगा चुका है मौत की सजा रोक
विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में एक बयान जारी कर कहा, ''भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान से अपील की है कि वह हामिद नेहाल अंसारी और कुलभूषण जाधव सहित पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय नागरिकों को जल्द पूरी राजनयिक मदद मुहैया कराए''. भारत ने जाधव को सुनाई गई मौत की सजा के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) का रुख किया था. आईसीजे ने 18 मई को पाकिस्तान को जाधव को मौत की सजा देने से रोक दिया था.
नेहाल हामिद अंसारी पर भी जासूसी का आरोप
मुंबई के रहने वाले हामिद नेहाल अंसारी को 2012 में अफगानिस्तान से पाकिस्तान में अवैध तौर पर दाखिल होने के कथित जुर्म में पकड़ा गया था. वह कथित तौर पर एक ऐसी लड़की से मिलने गया था जिससे उसने इंटरनेट के जरिए दोस्ती की थी. बाद में अंसारी लापता हो गया था. फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया और पाकिस्तान की एक आर्मी कोर्ट ने उस पर मुकदमा चलाया, जिसने उसे जासूसी का दोषी करार दिया.
साल में दो बार किया जाता है कैदियों की लिस्ट को साझा
अपनी लिस्ट में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि भारतीय कैदियों में 52 आम कैदी और 494 मछुआरे शामिल हैं. 21 मई 2008 को हुए एक द्विपक्षीय समझौते के प्रावधानों के तहत कैदियों की लिस्ट का आदान-प्रदान किया गया. समझौते के मुताबिक दोनों देश कैदियों की लिस्ट को साल में दो बार एक-दूसरे को देते है. यह 1 जनवरी और 1 जुलाई को करना होता है.