बंगाल में ममता की दो टूक तो अखिलेश ने इस कदम से UP में दिया क्लियर मैसेज, जहां क्षेत्रीय दल मजबूत वहां कांग्रेस का नहीं कोई चांस
Congress-SP Alliance In UP: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की उम्मीद लगभग खत्म हो चली है. सपा ने राज्य में 80 लोकसभा सीटों में से 31 पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं.
I.N.D.I.A Alliance: केंद्र की सत्ता से नरेंद्र मोदी सरकार को बेदखल करने के लिए बने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में टूट बढ़ती ही जा रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलग चुनाव लड़ने के ऐलान और नीतीश कुमार के एनडीए के साथ आ जाने के बाद अब यूपी में भी गठबंधन के भविष्य को लेकर संशय के बादल छा गए हैं. यूपी में इंडिया गठबंधन करीब-करीब टूट गया है.
बरेली और वाराणसी में भी समाजवादी पार्टी (सपा) ने उम्मीदवार घोषित कर यह संकेत दे दिया है कि अब राज्य में गठबंधन पर अगर कोई बात बनती है तो उसकी शर्त पर बनेगी, ना कि कांग्रेस की शर्तों पर. पश्चिम बंगाल में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस से अपनी राह अलग करते हुए साफ कहा था कि जहां क्षेत्रीय दल मजबूत हैं, वहां उन्हें प्राथमिकता देनी होगी. अब उत्तर प्रदेश में भी अब समाजवादी पार्टी ने इसी तरह का संकेत दिया है.
पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते थे कांग्रेस के अजय राय
सूत्रों ने बताया है कि बनारस से कांग्रेस के अजय राय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते थे. वह पहले भी पीएम मोदी के खिलाफ इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. इस सीट से भी समाजवादी पार्टी की ओर से उम्मीदवार की घोषणा हो जाने के बाद यह बात करीब-करीब साफ हो गई है कि सपा और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
किस सीट से किसे बनाया उम्मीदवार
मंगलवार को शाम जारी हुई सपा की तीसरी सूची में सपा ने बरेली और वाराणसी से भी प्रत्याशी उतार दिए. सूत्रों ने बताया है कि ये वो सीटें थीं जिन्हें सपा कांग्रेस को ऑफर कर चुकी थी, या जिन पर माना जा रहा था कि कांग्रेस चुनाव लड़ने जा रही है.
इस सूची में सपा ने शिवपाल यादव को बदायूं से उम्मीदवार घोषित किया है. इससे पहले यहां से अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ चुके हैं. पार्टी ने वाराणसी से सुरेंद्र सिंह पटेल को टिकट दिया है.
सूत्रों ने बताया है कि समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के तहत अब 17 सीटों पर कांग्रेस को अपने प्रत्याशी उतारने का प्रस्ताव दिया था. ये सीटे हैं अमेठी, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर, कैसरगंज, वाराणसी, अमरोहा, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, फतेहपुर सीकरी, कानपुर, हाथरस, झांसी, महराजगंज और बागपत सीट दी है. जबकि कांग्रेस 20 से कम सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हो रही थी जिसकी वजह से अनबन हुई है.
31 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है सपा
समाजवादी पार्टी ने अब तक उत्तर प्रदेश की 80 में से 31 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. सपा की पहली लोकसभा उम्मीदवारों की सूची 30 जनवरी को सामने आई थी, जिसमें 16 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई थी. इसके बाद 19 फरवरी को दूसरी और 20 फरवरी को तीसरी सूची जारी की.
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