Mamata Banerjee Stand On I.N.D.I.A: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) चीफ ममता बनर्जी के बंगाल में इंडिया गठबंधन से अलग हटकर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस उन्हें मनाने में जुटी नजर आई. गुरुवार (25 जनवरी) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बाबत ममता बनर्जी से संवाद साधा.


सीएम ममता से कांग्रेस चीफ की क्या कुछ बात हुई? इस बारे में तो फिलहाल विस्तार से जानकारी सामने नहीं आई है मगर सूत्रों की मानें तो खरगे ने ममता बनर्जी से गठबंधन का हिस्सा बने रहने और सीट शेयरिंग पर बातचीत को आगे बढ़ाने की बात की है. उन्होंने सीएम बनर्जी से कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनने की भी अपील की है. हालांकि, टीएमसी की ओर से इस बारे में अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली.


'बीच का रास्ता निकाला जाएगा'
वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दोहराया है कि सीट बंटवारे से जुड़े गतिरोध पर टीएमसी से मिलकर बीच का रास्ता निकाल लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि ममता इंडिया गठबंधन की सह-निर्माता हैं. उनकी इस गठबंधन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. इससे पहले बुधवार को जब ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी तब भी जयराम रमेश ने इसी तरह का बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी और टीएमसी के बगैर इंडिया गठबंधन की कल्पना नहीं की जा सकती.


ममता से 'न्याय यात्रा' में शामिल होने की अपील
जयराम रमेश ने इसके अलावा ममता बनर्जी से पश्चिम बंगाल में राहुल गांधी के नेतृत्व में पहुंची कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने की भी अपील की. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सीएम ममता न्याय यात्रा में कुछ मिनट के लिए भी शामिल होती हैं तो इससे मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को बहुत खुशी होगी. यात्रा को ममता की मौजूदगी से मजबूती मिलेगी.


TMC का अधीर पर निशाना
उधर, अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी के एक सीनियर नेता ने बताया कि इंडिया गठबंधन की पटना में हुई पहली बैठक में एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी बंद करने का मुद्दा उठा था. राजद सुप्रीमो लालू यादव ने तब अधीर रंजन चौधरी (पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता) का नाम लेकर कांग्रेस से उन्हें चुप कराने को कहा था पर कांग्रेस नेतृत्व ने इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की. चौधरी लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. यही वजह है कि टीएमसी नेता भी बंगाल में गठबंधन नहीं चल पाने के लिए चौधरी को जिम्मेदार मानते हैं. टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने बताया कि इंडिया गठबंधन के दो मुख्य विरोधी थे. एक बीजेपी और दूसरे अधीर रंजन चौधरी. अधीर पर बीजेपी की भाषा बोलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ अधीर की वजह से गठबंधन नहीं हो पाया.


 ये भी पढ़ें:जेडीयू कर रही है ना ना… पर इन तीन संकेतों से समझिए क्यों नीतीश कुमार पलटी मार सकते हैं?