'INDIA' गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस जल्द दूसरे दलों के साथ चर्चा शुरू करेगी. बताया जा रहा है कि जनवरी के पहले हफ्ते में ही कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ बैठक करेगी और सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा करेगी. दरअसल, लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ बने 28 दलों के गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अब तक चर्चा नहीं हो पाई है. 


हालांकि, दिल्ली में 19 दिसंबर को हुई बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम विपक्ष के पीएम चेहरे के तौर पर आगे रखा था. हालांकि, खरगे ने कहा था कि गठबंधन की पहली प्राथमिकता लोकसभा चुनाव जीतना है.


ममता ने कहा- बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी TMC


इससे पहले गुरुवार को ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि पश्चिम बंगाल में वे किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी. उन्हंने कहा, INDIA गठबंधन बीजेपी के खिलाफ पूरे देश में लड़ेगा. लेकिन बंगाल में वह अकेली बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगी. वे न तो कांग्रेस और न ही वाम दलों के साथ गठबंधन करेंगी. 


इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में वाम दलों और कांग्रेस पर बीजेपी के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया था. उन्होंने उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी विपक्षी दलों के नेताओं पर  'चोर' का ठप्पा लगा रही है. ममता ने कहा, भाजपा नागरिकता के मुद्दे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए कर रही है. भाजपा इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रही है. 


शिवसेना (UBT) ने मांगी 23 सीटें


उधर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हम टूट के बावजूद महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी हैं. हम 23 सीटों पर चुनाव लड़ते आए हैं. पिछले चुनाव में हम इनमें से 18 सीटों पर जीते थे. इस बार भी हम इतने ही सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है. हमारी बात कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ अच्छे रूप से चल रही है. हमने कहा कि हम महाराष्ट्र में लोकसभा के लिए हमेशा 23 सीटों पर लड़ते आए हैं. हमने पहले तय किया था कि जो जीती हुई सीटें हैं उन पर बाद में बात होगी. कांग्रेस ने महाराष्ट्र में कोई सीट नहीं जीती है, कांग्रेस महाराष्ट्र में जीरो से शुरूआत करेगी लेकिन कांग्रेस महा विकास अघाड़ी में हमारा महत्वपूर्ण साथी है. महाराष्ट्र में कांग्रेस, NCP, शिवसेना मिलकर काम करेंगे और इससे हमें, NCP या कांग्रेस हाईकमान को कोई तकलीफ नहीं है.