Katchatheevu Island: अब क्या करेगा इंडिया गठबंधन? इस सहयोगी पार्टी ने श्रीलंका से कच्चातिवु द्वीप वापस लेने का समर्थन
Lok Sabha Election 2024: कच्चातिवु द्वीप भारत और श्रीलंका में रामेश्वरम के बीच 163 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. इस जगह का इस्तेमाल दोनों देशों के मछुआरे करते हैं.
Lok Sabha Election 2024: इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल एमडीएमके के वरिष्ठ नेता वाइको ने कहा है कि पार्टी श्रीलंका से कच्चातिवु द्वीप को वापस लेने के पक्ष में है. वरिष्ठ नेता ने रविवार (7 अप्रैल) को तिरुचि में कहा कि वह चाहते हैं कि वह द्वीप तमिलनाडु को वापस दे दिया जाए. उनकी पार्टी के घोषणापत्र 24 अधिकारों के लिए नारे में कच्चातिवु द्वीप की पुनः प्राप्ति के लिए वकालत की गई है.
पीएम मोदी ने कच्चातिवु मुद्दा का उठाया था मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर 1974 में द्वीप को श्रीलंका को सौंपने का आरोप लगाया था. इसके बाद कच्चातिवु मुद्दा फिर से सामने आया. उन्होंने द्वीप विवाद पर द्रमुक और कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि तमिलनाडु के सत्तारूढ़ गठबंधन दलों ने राज्य के हितों की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया है.इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी एमडीएमके ने अक्सर कहा है कि कांग्रेस ने बार-बार तमिलनाडु को धोखा दिया है.
घोषणापत्र में टोल प्लाजा हटाने का वादा
एमडीएमके के वरिष्ठ नेता वाइको ने शनिवार को जारी अपने घोषणापत्र में कहा था कि उनकी पार्टी कुडनकुलम में परमाणु ऊर्जा संयंत्र को बंद करने के पक्ष में है. एमडीएमके चाहती है कि नई शिक्षा नीति को भी खत्म किया जाए.वाइको ने कहा कि अगर उनका गठबंधन केंद्र में सत्ता संभालता है, तो उनकी पार्टी राज्य को अधिक शक्तियां प्रदान करने के लिए संवैधानिक संशोधनों पर जोर देगी.
वह अनुच्छेद 361 को निरस्त करने के पक्ष में हैं, जो राज्यपालों को अधिक शक्तियां देता है. अगर उनका गठबंधन केंद्र की सत्ता में आया तो वह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को रद्द करने पर जोर देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी सभी टोल प्लाजा हटाने के पक्ष में है.
163 एकड़ का क्षेत्र का कच्चातिवु द्वीप भारत और श्रीलंका में रामेश्वरम के बीच पाक समुद्र-संधि में स्थित है. इसका उपयोग पारंपरिक रूप से दोनों देशों के मछुआरे किया करते हैं.