पीएम चेहरा, सीट शेयरिंग, EVM और आगे का प्लान...इंडिया गठबंधन की बैठक में क्या बात हुई? BJP ने कसा तंज | बड़ी बातें
I.N.D.I.A Alliance Meeting: मंगलवार (19 दिसंबर) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विपक्षी गठबंधन 'I.N.D.I.A.' की चौथी बैठक हुई, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
I.N.D.I.A Meet: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विपक्षी गठबंधन इंडिया की चौथी बैठक मंगलवार (19 दिसंबर) को दिल्ली में हुई. अटकलें लगाई जा रही थीं कि विपक्ष के प्रधानमंत्री चेहरे पर निर्णय लिया जा सकता है. बैठक में पश्चिम बंगाल और दिल्ली के सीएम की ओर से अलायंस के पीएम कैंडिडेट को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे का नाम भी प्रस्तावित किया गया, जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष यह कहते हुए इनकार कर दिया कि पहले चुनाव जीतना जरूरी है. बीजेपी ने इस घटनाक्रम पर तंज कसते हुए कहा है वो चुनकर ही नहीं आएंगे. आइये जानते हैं पूरे घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें.
1. पीएम चेहरे पर ममता और केजरीवाल का प्रस्ताव
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और दिल्ली के उनके समकक्ष अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (19 दिसंबर) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए प्रस्तावित किया. उन्होंने यह कहते हुए खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा कि वह देश के पहले दलित प्रधानमंत्री हो सकते हैं लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एमडीएमके नेता वाइको समेत कई नेताओं ने विपक्षी गठबंधन की बैठक के बाद इसकी पुष्टि की और कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने नेताओं से कहा कि पहले जीतना और गठबंधन की ताकत बढ़ाना अहम है जबकि बाकी सब कुछ बाद में तय किया जा सकता है.
2. पीएम चेहरे की बात पर क्या बोले मल्लिकार्जुन खरगे?
पीएम चेहरे के लिए नाम प्रस्तावित किए जाने पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ''पहले सभी लोगों को जीतकर आना है. जीत के लिए क्या करना है, उसके बारे में सोचें, कौन प्राइम मिनिस्टर बना, ये बाद की बात है. सांसद अगर नहीं हैं तो प्राइम मिनिस्टर की बात करके क्या फायदा है? तो इसीलिए पहले अपनी संख्या बढ़ाने के लिए एक होकर सभी लोग लड़कर मेजॉरिटी लाने की कोशिश करेंगे और बीजेपी-मोदी जी को दो-तीन इलेक्शन होने के बाद इतना घमंड आया है कि देश में मेरे सिवाय कोई नहीं बचेगा या दुनिया में भी मैं एक ही लीडर हूं, प्रचार करते हैं, तो हम पहले जीतने की कोशिश करेंगे और एक होकर जीतेंगे.''
3. सीट शेयरिंग
इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, ''चर्चाएं साफ तौर पर हुईं. सीट-बंटवारे, जन संपर्क कार्यक्रम- ये सब 20 दिनों के भीतर शुरू हो जाएंगे... सभी निर्णय तीन हफ्ते के भीतर लिए जाएंगे.'' सूत्रों ने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों ने जनवरी के दूसरे सप्ताह तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने का फैसला किया है.
4. सीट शेयरिंग पर किसकी क्या राय है?
बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस बात पर जोर दिया कि बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को सीट बंटवारे में अन्य क्षेत्रीय साझेदारों को शामिल करना चाहिए. बैठक में मौजूद टीएमसी नेताओं ने सभी सीटों के बंटवारे की बातचीत को पूरा करने के लिए 31 दिसंबर की समय सीमा रखी.
सीट बंटवारे के मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि हर राज्य में जो बड़ी पार्टी हो वो नेतृत्व करे. वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि सभी पार्टियां बहुत जल्द टिकट बांटकर मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं, सीटों का बंटवारा बहुत जल्दी होगा.
5. ममता बनर्जी ने रखा एक और प्रस्ताव
सूत्रों ने कहा कि ममता बनर्जी ने यह भी प्रस्ताव दिया कि खरगे को 2024 के लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के घटकों के बीच सीट बंटवारे की निगरानी के लिए एक समिति का संयोजक बनाया जाए. हालांकि, इस प्रस्ताव पर भी कोई फैसला नहीं लिया गया.
6. संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन पर आगे की रणनीति
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना के मामले में अभी तक विपक्ष के कुल 95 सदस्यों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया जा चुका है. सदन में ‘इंडिया’ गठबंधन के सांसदों की संख्या 138 है जिनमें से केवल 43 विपक्षी सांसदों को निलंबित नहीं किया गया है. वहीं, सोमवार (18 दिसंबर) को राज्यसभा में सदन की कार्यवाही बाधित करने पर विपक्षी दलों के 34 सांसदों मौजूदा सत्र की शेष अवधि से और 11 सांसदों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया गया था.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को बैठक के बाद कहा कि एक प्रस्ताव पारित किया गया कि यह अलोकतांत्रिक है, इसके खिलाफ लड़ना है. उन्होंने कहा, ‘‘हम यही कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री या गृह मंत्री सदन में आकर सुरक्षा चूक की घटना पर बयान दें... ऐसा कभी नहीं हुआ कि सत्र के दौरान दूसरी जगहों पर भाषण दें और सदन में नहीं आएं.’’ उन्होंने कहा कि सांसदों के निलंबन के खिलाफ 22 दिसंबर को अखिल भारतीय प्रदर्शन किया जाएगा.
7. ईवीएम को लेकर I.N.D.I.A. ने पारित किया प्रस्ताव
मंगलवार को कांग्रेस ने X हैंडल के जरिए बताया कि ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को लेकर इंडिया गठबंधन की ओर से प्रस्ताव पारित किया गया है. कांग्रेस ने बताया, ''इंडिया की पार्टियों ने ईवीएम के डिजाइन और संचालन से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवालों को लेकर चुनाव आयोग को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है. दुर्भाग्य से चुनाव आयोग ने इस ज्ञापन पर इंडिया के प्रतिनिधिमंडल से मिलने में रुचि नहीं दिखाई.''
बयान में कहा गया, ''इंडिया की पार्टियां दोहराती है कि ईवीएम की कार्यप्रणाली की पवित्रता पर कई तरह के संदेह हैं. इन्हें कई विशेषज्ञों और प्रोफेशनल्स ने भी उठाया है. हमारा सुझाव बेहद सरल और स्पष्ट है- वीवीपीएटी पर्ची को बॉक्स में गिराने के बजाय, इसे मतदाताओं को सौंप दिया जाना चाहिए. मतदाता अपने द्वारा चुने हुए विकल्प को सत्यापित करने के बाद इसे एक अलग मतपेटी में रख देगा. इसके बाद वीवीपीएटी पर्चियों की 100 प्रतिशत गणना की जानी चाहिए. ऐसा होने से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में लोगों का पूर्ण रूप से विश्वास बहाल होगा.''
8. मल्लिकार्जुन खरगे बोले- 8-10 जनसभाएं करने का प्लान
इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया से कहा, ''मंगलवार को गठबंधन की चौथी बैठक में 28 पार्टियों के नेता शामिल हुए. खुशी की बात है कि सभी ने एक होकर यह फैसला किया कि आगे किस तरह से मिलकर काम करना है.’’
इसी के साथ उन्होंने कहा कि सभी दलों ने 8-10 जनसभाएं करने का फैसला किया है. बता दें कि इससे पहले इंडिया गठबंधन की तीन बैठकें पटना, बेंगलुरु और मुंबई में हो चुकी हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को चुनौती देने के लिए इंडिया गठबंधन की स्थापना इसी साल 18 जुलाई को हुई थी.
9. इंडिया गठबंधन की बैठक में कौन-कौन नेता हुए शामिल?
मंगलवार को दिल्ली के अशोक होटल में हुई विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, जेडीयू से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, टीएमसी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी, आरजेडी से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे बैठक में शामिल थे.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव, डीएमके से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और वरिष्ठ नेता टीआर बालू, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (के) से कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल और कई अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया.
10. बीजेपी ने क्या कहा?
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया से बात करते हुए विपक्षी गठबंधन की बैठक और उसके पीएम चेहरे के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ''उनका इलेक्शन जीतने का सवाल ही नहीं है, बाद में क्या तय करते हैं.'' दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि पहले चुनाव जीतना है, उसके बाद पीएम चेहरा तय किया जाएगा. जोशी ने कहा कि सवाल ही नहीं है कि वो चुनकर आएंगे.
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