INDIA Alliance: विपक्षी इंडिया गठबंधन की बैठक अगले 7 से 8 दिनों में होने वाली है. कांग्रेस के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया है कि इस बैठक में कॉमन प्रोग्राम और सीट शेयरिंग पर बातचीत होने वाली है. इस बैठक में विपक्ष दल बैठकर ये तय करेंगे कि चुनाव के लिए कॉमन एजेंडा क्या होने वाला है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष ने INDIA गठबंधन बनाया है, जिसका मकसद बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को हराना है. 


कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी को लगता है कि अब उनके पास 2024 लोकसभा चुनाव के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा हुआ है. मार्च के पहले हफ्ते में आम चुनाव की तारीख का ऐलान हो सकता है. सूत्र ने बताया कि इस तरह पार्टी और इंडिया गठबंधन के पास सिर्फ ढाई महीने का वक्त बचा हुआ है. अभी से ही हमने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव के नजरिए से देखें, तो 2019 की तुलना में हमारा वोटिंग पर्सेंटेज इन राज्यों में बढ़ा है, जहां अभी विधानसभा चुनाव हुए हैं. 


हार पर हुआ कांग्रेस में मंथन


सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में जिस तरह के नतीजे सामने आए, वो बेहद ही अप्रत्याशित थे. पार्टी में किसी को उम्मीद नहीं थी कि हमें छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हार का सामना करना पड़ेगा. विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर हुई बैठक पर बात करते हुए बताया गया कि यहां खुलकर बात की गई. पार्टी का मानना है कि हार के बाद खुलकर बात करना जरूरी था, इसलिए काफी रचनात्मक बैठक हुई है. 


कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान सिर्फ आलोचना नहीं की गई है, बल्कि कौन से मुद्दे चले और किन मुद्दों का कोई असर देखने को नहीं मिला. इस पर भी चर्चा की गई. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जमीनी स्तर पर ध्रुवीकरण महसूस हो रहा था. हम मानकर चल रहे थे कि राजस्थान में 90 सीटें तक हासिल हो जाएंगी. हालांकि, छत्तीसगढ़ का रिजल्ट अप्रत्याशित रहा है. आदिवासी इलाकों में हमें हार का सामना करना पड़ा. 


विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार


दरअसल, हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ एक राज्य में ही जीत हासिल कर पाई है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को जीत मिली, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस ने सरकार बनाई है. मिजोरम में जेडपीएम को जीत मिली है. हैरानी वाली बात ये है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में थी. ऐसे में उम्मीद जताई गई थी कि कम से कम छत्तीसगढ़ में तो पार्टी अपनी सरकार बचा लेगी. मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की वापसी तय मानी जा रही थी. 


हालांकि, जब चुनावी नतीजे सामने आए तो उसने सभी को हैरान रख दिया. हिंदी हार्टलैंड के तीनों ही राज्यों में कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. इस हार की वजह से ये भी कहा जा रहा है कि अब जब इंडिया गठबंधन की बैठक होगी, तो कांग्रेस ज्यादा सीटों पर दावा करने के काबिल नहीं रहेगी. उसे कुछ राज्यों में सीटें अन्य दलों को भी देना पड़ सकता है. 


यह भी पढ़ें: राजस्थान में कांग्रेस की हार पर मंथन, अशोक गहलोत ने कहा- ध्रुवीकरण से मिली शिकस्त, राहुल गांधी ने नकारा और बताया कहां हुई चूक