Sharad Pawar Meets Mallikarjun Kharge: इंडिया' गठबंधन के दो अहम घटक दलों के नेताओं को एक बार फिर साथ में देखा गया है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की.
सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंंक्लूसिव अलायंस' (I.N.D.I.A.) के लिए योजनाओं पर चर्चा करने के लिए एनसीपी प्रमुख ने कांग्रेस के दो बड़े दिग्गजों मल्लिकाजुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की.
इस मुलाकात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने अपने आधिकारिक X हैंडल से कुछ तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, ''देश की जनता की आवाज और बुलंद करने के लिए आज राहुल गांधी जी के साथ एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार जी से भेंट हुई. हम हर चुनौती के लिए तैयार हैं. जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया.''
जल्द 'इंडिया' गठबंधन की बैठक की संभावना
आखिरी बार शरद पवार की मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन की बैठक के दौरान हुई थी. सूत्रों के मुताबिक, जल्द दी विपक्ष गठबंधन की एक और बैठक होने की संभावना है. तीनों नेताओं ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति और गठबंधन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की, जो आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करना चाहता है.
शुक्रवार को तीनों नेताओं की चर्चा ऐसे समय हुई जब अक्टूबर में भोपाल में इंडिया गठबंधन की एक संयुक्त सार्वजनिक बैठक रद्द की जा चुकी है. सूत्रों ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन समेत डीएमके नेताओं के सनातन धर्म के खिलाफ बयानों पर कांग्रेस नेता कमलनाथ के विरोध के बाद संयुक्त बैठक नहीं हो सकी. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कुछ विपक्षी नेता सुझाव दे रहे हैं कि इंडिया गठबंधन की अगली बैठक पश्चिम बंगाल में होगी.
MVA की समन्वय समिति के गठन के बाद शरद पवार की कांग्रेस नेताओं से मुलाकात
यह मुलाकात ऐसे समय भी हुई है जब महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में सीट बंटवारे पर चर्चा करने के लिए नौ सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया है. समित में प्रत्येक घटक (शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी का शरद पवार गुट) के तीन-तीन नेता शामिल हैं. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को एमवीए की समन्वय समिति के गठन की पुष्टि की.
बता दें कि महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश के बाद लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें हैं. यूपी में लोकसभा की 80 तो महाराष्ट्र में 48 सीटें हैं. चव्हाण ने कहा था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस नेतृत्व एमवीए के अन्य सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत में अपनी स्थिति तय करने के लिए एक बैठक करेगा, इसके बाद सहयोगियों के साथ बातचीत करके सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय किया जाएगा.
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