Jagdeep Dhankhar News: विपक्ष दल राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अनुच्छेद 67 के तहत महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है. राज्यसभा में शुक्रवार (9 अगस्त) को समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ की टोन पर सवाल उठाए थे.जिसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ भड़कते हुए जया बच्चन को मर्यादित आचरण की नसीहत दी.
सूत्रों का कहना है कि विपक्षी दल इंडिया अलायंस उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पद से ‘हटाने’ के लिए उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 67 के तहत प्रस्ताव लाने की खातिर नोटिस देने पर विचार कर रहे हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि इस नोटिस के लिए 87 सांसदों ने हस्ताक्षर भी कर दिए हैं.
जानिए क्या कहता है अनुच्छेद 67 (बी)?
अनुच्छेद 67 (बी) के तहत उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के सभी तत्कालीन सदस्यों के बहुमत से पारित और लोकसभा द्वारा सहमत एक प्रस्ताव के माध्यम से उनके कार्यालय से हटाया जा सकता है. हालांकि इस खंड के प्रयोजन के लिए कोई भी प्रस्ताव तब तक पेश नहीं किया जाएगा, जब तक कि प्रस्ताव पेश करने के इरादे से कम से कम 14 दिन का नोटिस न दिया गया हो.
धनखड़ को हटाने के लिए विपक्ष प्रस्ताव पेश करने का कर रहा विचार
विपक्ष से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि हाल ही में 2 दिन पहले, राज्यसभा में सदन के नेता जे पी नड्डा को अनौपचारिक रूप से सूचित किया गया था कि विपक्ष धनखड़ को हटाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने पर विचार कर रहा है. सूत्र ने कहा कि विपक्षी दलों के लिए यह बात बहुत चिंताजनक है कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का माइक बार-बार बंद किया जाता है. ऐसे में विपक्ष चाहता है कि सदन नियमों और परंपरा के अनुसार चले और सदस्यों के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं.
मल्लिकार्जुन खरगे का माइक बंद किए जाने से विपक्ष नाराज
कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया’) के कई अन्य घटक दलों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ का रवैया पक्षपातपूर्ण दिखाई देता है. ऐसे में हालत यह है कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने नहीं दिया जाता और उनका माइक बंद कर दिया जाता है.
सेलिब्रिटी को भी शिष्टाचार का पालन करने की जरूरत- सभापति
राज्यसभा में शुक्रवार (9 अगस्त) को समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन द्वारा सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने के लहजे पर आपत्ति जताए जाने के बाद आसन और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला. इस दौरान जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने के लहजे पर आपत्ति जताई, जिसके बाद दोनों के बीच नोंकझोंक हो गई और सभापति ने कहा कि उनके जैसी सेलिब्रिटी को भी शिष्टाचार का पालन करने की जरूरत है.
जानें क्या है पूरा मामला?
इस दौरान सभापति ने विपक्षी सदस्यों को सदन की गरिमा बनाए रखने की नसीहत दी वहीं विपक्षी सदस्यों ने अपनी बात रखने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. सदन से बाहर निकलते ही जया बच्चन ने कहा कि वह सभापति के बोलने के लहजे से नाराज हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे जब अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो उनका माइक बंद कर दिया गया और इससे भी वह (जया) नाराज हैं.
सदन में विवाद तब शुरू हुआ जब सपा सदस्य, कुछ दिन पहले भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी द्वारा खरगे पर की गई कुछ टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दलों और सभापति के बीच चल रही तीखी बहस पर अपनी बात रखना चाहती थीं.