Lok Sabha Elections: 2019 में 429 पर लड़ी तो 52 सीटें जीती थी कांग्रेस! खरगे ने 300 पार का किया दावा, जानें इसमें कितना दम
Lok Sabha Elections 2024: 1 जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है.आखिरी चरण की वोटिंग के दिन दिल्ली में आला नेता चुनाव की समीक्षा कर आगे की रणनीति बनाएंगे.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव2024 के लिए 6 चरणों को वोटिंग हो चुकी है और आखिरी यानि सातवें चरण के लिए वोटिंग 1 जून को होनी है. इस चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे. उससे पहले 1 जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है. सूत्रों का मानना है कि इंडिया गठबंधन को 300 सीटें जीतने का भरोसा है.
इस पर एबीपी न्यूज के कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकारों ने इंडिया अलायंस के 300 सीटें जीतने के भरोसे पर कहा कि कांग्रेस सबसे बड़ा दल है. जबकि कांग्रेस सवा 328 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जब कांग्रेस 429 सीटों पर लड़ी थी तो सिर्फ 52 सीटें जीत पाई थी. पहला ये है कि कांग्रेस 328 सीटों में कितनी सीटें जीतेगी और दूसरा 300 सीटों का आंकड़ा तब पहुंचेगा. जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर कम से कम 50 सीटें जीत पाएं.
वरिष्ठ पत्रकारों का कहना है कि इंडिया अलायंस के 300 सीटों के दावे तक पहुंचने के लिए तमिलनाडु में स्टालिन सबसे ज्यादा सीटें जीतें. उन्होंने कहा कि उसके बाद महाराष्ट्र में एनसीपी और उद्धव ठाकरे गुट शिवसेना सबसे ज्यादा सीटें दर्ज करें. पत्रकारों ने कहा कि इस तरह से जीत के बाद ही 300 सीट की संभावना ले सकते हैं. मगर, 2024 में पीएम मोदी जब वाराणसी से लड़े तब बीजेपी 71 सीटें जीती थी. जबकि, 2019 में बीजेपी 61 सीटें जीती.
बिखरे विपक्ष के बीच मोदी को कौन देगा चुनौती?
वरिष्ठ पत्रकारों का मानना है कि देश में विपक्ष का ऐसा कहीं माहौल नहीं दिख रहा है कि इंडिया अलायंस के पक्ष में माहौल और सत्ता पक्ष के विरोध में माहौल है. इसके चलते इंडिया गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में है. उनका कहना है कि विपक्ष को 4 जून के बाद जो बड़े दल जैसे मायावती, ममता बनर्जी, जेडीयू छोडकर गए हैं. उनकी समीक्षा करने की जरूरत है.
2 जून को केजरीवाल को जाना पड़ सकता है जेल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 1 जून को इंडिया अलायंस की बैठक को लेकर आंकलन करने का हक सभी को है. उनका कहना है कि इंडिया गठबंधन को कल्पना में अपने आंकलन करने में कोई परेशानी नहीं है. शायद 2 जून को केजरीवाल को जेल जाना पड़ सकता है. ऐसे में कयास ये लगाए जा रहे हैं आगे की रणनीति के बारे में 1 जून को ही चर्चा कर ली जाए. उनका कहना है कि इंडिया अलायंस चाहेगा कि अपने वोटरों को लुभाने के लिए जितना ज्यादा फायदा हो सकता है वो हो जाए.
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