रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत और अमेरिका की होगी अहम टू-प्लस-टू मीटिंग, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
11-14 अप्रैल के बीच होने वाली इस बैठक के लिए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका जाएंगे.
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रुस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत और अमेरिका के बीच अगले हफ्ते अहम टू-प्लस-टू (2+2) मीटिंग होने जा रही है. 11-14 अप्रैल के बीच होने वाली इस बैठक के लिए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका जाएंगे.
रक्ष मंत्रालय के मुताबिक, टू-प्लस-टू मीटिंग के लिए भारत के रक्षा और विदेश मंत्री एक साथ अमेरिकी समकक्ष, लॉयड ऑस्टिन और एस ब्लिंकन से मुलाकात करेंगे. बैठक में दोनों देशों के महत्वपूर्ण मंत्रियों के बीच भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग और सामरिक साझेदारी पर तो बात होनी ही है साथ ही यूक्रेन का मुद्दा भी सामने आ सकता है.
रूस को लेकर भारत और अमेरिका का रुख अलग
गौरतलब है कि यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिका सहित सभी पश्चिमी देश रूस का जबरदस्त विरोध कर रहे हैं. अमेरिका के नेतृत्व में सभी पश्चिमी देशों ने रुस का अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बहिष्कार किया है और रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. हालांकि, भारत युद्ध के खिलाफ है लेकिन रुस का खुलकर विरोध नहीं कर रहा है. यहां तक की संयुक्त राष्ट्र में रुस के खिलाफ हुई वोटिंग में भारत हमेशा अनुपस्थित रहा है. इसके चलते अमेरिका की तरफ से भारत को लेकर तल्ख टिप्पणियां भी आ रही हैं.
हाल ही में भारत के दौरे पर आए अमेरिका के डिप्टी एनएसए, दलीप सिंह ने तो यहां तक कह दिया था कि भारत का अगर चीन से एलएसी पर विवाद हुआ तो रुस भारत की मदद करने नहीं आएगा. दलीप सिंह ने इशारो-इशारों में ये कहना चाहते थे कि अगर भारत रुस के साथ रहा तो चीन से विवाद के दौरान अमेरिका भी मदद करने नहीं आएगा और रुस तो चीन का मित्र-देश है ही. इसलिए रुस भी मदद करने नही आएगा. यही वजह है कि अमेरिका में होने वाली टू-प्लस-टू बेहद महत्वपूर्ण होने जा रही है.
अमेरिका के रक्षा सचिव से भी मिलेंगे राजनाथ
भारत के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह टू प्लस टू बैठक में तो हिस्सा लेंगे ही, साथ ही अमेरिका के रक्षा सचिव (मंत्री) ऑस्टिन से अलग से पेंटागन (अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय) में भी मुलाकात करेंगे. इस बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योग और सैन्य सहयोग पर भी वार्ता होगी. अपने अमेरिकी दौरे के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका के हवाई (आईलैंड) स्थित इंडो-पैसेफिक कमांड के हेडक्वार्टर का दौरा भी करेंगे.
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