दोस्ती और रिश्तों की विरासत का साझा जश्न मनाएंगे भारत और बांग्लादेश
मंगलवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई वार्ता के दौरान बांग्लादेश सरकार द्वारा जारी एक स्मारक डाक टिकट का अनावरण किया.
नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश अपनी दोस्ती का जश्न दोनों मुल्कों में ही नहीं बल्कि कुछ अन्य देशों में भी मनाएंगे. दोनों देशों के बीच हुई विदेश मंत्री स्तर की बातचीत में भारत-बांग्लादेश कूटनीतिक रिश्तों के 50वें वर्ष के कार्यक्रम व्यापक तौर पर मनाने का फैसला लिया गया है.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई वर्चुअल वार्ता के दौरान मंगलवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने बांग्लादेश सरकार द्वारा जारी एक स्मारक डाक टिकट का अनावरण किया. वहीं विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भारत सरकार की तरफ से बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की स्मृति में 16 दिसंबर 2020 को डाक टिकट जारी करने का ऐलान किया.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक 29 सितंबर को हुई संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान दोनों देशों ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की स्वर्ण जयंती और राजनयिक रिश्तों की पचासवीं सालगिरह को जोरशोर से मनाने का फैसला किया. इस कड़ी में दोनों देश संबंधित मिशनों के माध्यम से भारत, बांग्लादेश के अलावा कुछ चुनिंदा तीसरे देशों में भी इसका समारोह आयोजित करेंगे. इसमें तरजीह उन मुल्कों को अधिक दी जाएगी जहां भारत और बांग्लादेश मूल के लोगों की संख्या अधिक है. यह पहला मौका होगा जब भारत के किसी देश के साथ राजनयिक संबंधों का जश्न तीसरे देश में मनाने का फैसला लिया गया है.
ढाका-नई दिल्ली/ कोलकाता में विजय दिवस पर सैनिक परेड
संयुक्त रूप से आयोजित होने वाले कई कार्यक्रमों की कड़ी में 16 दिसंबर को ढाका और नई दिल्ली/कोलकाता में सैन्य परेड आयोजित की जाएगी. इसके अलावा 1971 के भारतीय युद्ध के दिग्गजों को सम्मानित किया जाएगा. ऐतिहासिक मुजीबनगर-कोलकाता सड़क का पुनरुद्धार और मुजीबनगर में एक स्थायी आव्रजन चेक पोस्ट की स्थापना की जानी है. वहीं दो सीमा रक्षक बलों के सहयोग से मैत्री मेला या मिलन मेला भी आयोजित किया जाना है.
साझा वेबसाइट पर होंगे 1971 की जीत से जुड़े दस्तावेज
करीब एक साल तक चलने वाले कार्यक्रमों की कड़ी में बांग्लादेश और भारत के विभिन्न शहरों में नागरिक समाज, बुद्धिजीवी वर्ग और 1971 के संग्राम वीरों के साथ सेमिनार भी आयोजित किए जाने हैं. इसके अलावा मित्रता और विजय के 50 सालों की समृति में एक वेबसाइट भी जारी की जाएगी जहां 1971 की जीत से जुड़े दस्तावेज सभी लोगों के लिए उपलब्ध होंगे.
भारत और बांग्लादेश में बंगबंधु-बापू डिजिटल संग्रहालय और अन्य स्थानों पर माउंट करने का निर्णय लिया गया. दोनों मंत्रियों ने अपने संबंधित मंत्रालयों को इन युग घटनाओं के समन्वय के लिए एक संयुक्त समिति बनाने का निर्देश दिया.
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमीन और विदेश मंत्री जयशंकर के बीच हुई बातचीत में दोनों पक्षों ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान पर बनने वाली फिल्म पर भी चर्चा की. इस फिल्म को भारत के ख्यात निर्देशक श्याम बेनेगल बना रहे हैं. बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान के मुताबिक लिबरेशन वॉर डॉक्यूमेंट्री बनाने पर भी सहमति बनी है.
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू कोरोना से हुए संक्रमित, कोई लक्षण नहीं