(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
LAC पर टकराव के बीच भारत और चीन की सेनाएं एक साथ करेंगी युद्धाभ्यास, 15-26 सितंबर तक कॉकेशस में होगी एक्सरसाइज
भारत की तरफ से सेनाओं के तीनों अंगों (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) की टुकड़ी इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने रूस जा रही है. कोविड महामारी के बाद ये पहली एक्सरसाइज है जिसमें भारतीय सैनिक देश से बाहर जा रहे हैं.
नई दिल्ली: भारत-चीन-पाकिस्तान टकराव के बीच खबर है कि भारतीय सेना सितबंर के महीने में रूस में होने वाली मल्टीनेशनल एक्सरसाइज, 'कवकाज़-2020' में हिस्सा लेने जा रही है. खास बात ये है कि इस युद्धाभ्यास में रूस ने चीन और पाकिस्तान को भी न्यौता दिया है.
जानकारी के मुताबिक, कवकाज़ एक्सरसाइज अगले महीने यानि 15-26 सितबंर को रूस के कॉकेशस इलाके में होने जा रही है. पिछले दो सालों की तरह रूस ने इस बार भी एससीओ (शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन) देशों की सेनाओं को आमंत्रित किया है. एससीओ ऑर्गेनाइजेशन में भारत और रूस सहित चीन और पाकिस्तान भी शामिल हैं. रूस ने चीन और पाकिस्तान को भी इस एक्सरसाइज में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
सूत्रों के मुताबिक, भारत की तरफ से सेनाओं के तीनों अंगों (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) की टुकड़ी इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने रूस जा रही है. कोविड महामारी के बाद ये पहली एक्सरसाइज है जिसमें भारतीय सैनिक देश से बाहर जा रहे हैं.
ये एक्सरसाइज ऐसे समय में हो रही है जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच पिछले 100 दिनों से टकराव चल रहा है और गलवान घाटी में हिंसक संघर्ष हो चुकी है. साथ ही पाकिस्तान से भी एलओसी पर तनातनी चल रही है.
आपको बता दें कि वर्ष 2018 में रूस के चेबरकुल (चेलयाबिंसक) में हुई एससीओ एक्सरसाइज के बाद से ही रशिया हर साल एक मल्टीनेशनल एक्सरसाइज करता है. पहली बार भारत ने इस मल्टीनेशनल एक्सरसाइज में हिस्सा लिया था जिसमें भारत के दोनों पड़ोसी (और दुश्मन देश), चीन और पाकिस्तान ने भी हिस्सा लिया था. वर्ष 2017 में भारत और चीन के बीच जब डोकलम विवाद हुआ था तब दोनों देशों ने द्विपक्षीय युद्धभ्यास, हैंड इन हैंड रद्द कर दी थी. लेकिन दोनों देशों की सेनाओं ने एससीओ एक्सरसाइज में जरूर हिस्सा लिया था. पिछले साल रूस की टी-सेंटर एक्सरसाइज में भी भारत-चीन-पाकिस्तान सहित करीब एक दर्जन देशों ने हिस्सा लिया था.