करतारपुर कॉरिडोर: श्रद्धालुओं पर फीस लगाना चाहता है पाकिस्तान, कल बैठक में भारत उठाएगा मुद्दा
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच कल बैठक होगी. इस दौरान भारत अपनी चिंताओं से पाकिस्तान को अवगत कराएगा. भारत की कोशिश है कि 31 अक्टूबर तक कॉरिडोर का काम पूरा हो जाए.
नई दिल्ली: करतारपुर कॉरिडोर को लेकर एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के अधिकारी रविवार को बातचीत के लिए आमने-सामने होंगे. इस बार यह मुलाकात वाघा, यानि पाकिस्तानी सीमा में होगी. पिछली बैठक 14 मार्च को अटारी, यानि भारत की सीमा के अंदर हुई थी. गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए दोनों देश इस कॉरिडोर को श्रदालुओं के लिए खोलने पर काम रहे हैं. लेकिन अभी भी दोनों देशों के बीच इंफ्रास्ट्रक्चर और यात्रा की शर्तों पर मतभेद कायम हैं.
कुछ मतभेद जिन पर कल की मुलाकात में चर्चा होगी: 1. भारत चाहता है कि दर्शनों के लिये कोई फीस नहीं होनी चाहिए, लेकिन पाकिस्तान दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए वीजा के तर्ज पर परमिट देगा जिस पर फीस होगी और खास दिन में यह फीस बढ़ाई भी जा सकती है.
2. आस्था को देखते हुए भारत श्रद्धालुओं को पैदल जाने की अनुमति चाहता है जबकि पाकिस्तान की तरफ से श्रद्धालुओं को बस में लेकर जाना चाहता है
3. पाकिस्तान की तरफ से जीरो लाइन पर पुल बनाना चाहिए, लेकिन पाक पुल बनाने को तैयार नहीं है.
4. भारत चाहता है कि एक या 2 श्रद्धालु जाना चाहे तो जा सके, पाकिस्तान कम से कम 15 लोग का ग्रुप लेकर जाना चाहता है.
5. भारत चाहता है कि यात्रा सप्ताह के सातों दिन खुली रहे, पाक हफ्ते में कुछ दिन तय करना चाहता है.
6. भारत दिन के 5000 श्रद्धालुओं और विशेष पर्वों पर 10,000 श्रद्धालुओं की अनुमति चाहता है, लेकिन पाक दिन के सिर्फ 500 से 700 श्रद्धालुओं को अनुमति देने पर अड़ा है.
भारत के दबाव में खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला को पाकिस्तान ने पाक SGPC से बाहर कर दिया है. भारत ने पहले ही साफ कर दिया था कि करतारपुर कॉरिडोर के इस्तेमाल पाक खालिस्तानी एजेंडा के लिए न करे. रविवार को होने वाली बैठक में भी भारत इस मुद्दे पर ज़ोर देगा. आपको बता दें कि गोपाल चावला पर भारत ने ऐतराज़ जताया था, जिसके चलते 2 अप्रैल को होने वाली भारत-पाक बैठक टल गई थी.
रविवार सुबह 10 बजे यह बैठक शुरू होगी और करीब 1 बजे तक चलेगी जिसके बाद भारत का प्रतिनिधिमंडल मीडिया से रूबरू होगा. भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव SCL दास करेंगे, और विदेश मंत्रालय में पाक-अफ़ग़ान-ईरान विभाग के संयुक्त सचिव दीपक मित्तल शामिल होंगे. वहीं पाकिस्तान की और से MoFA के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैसल उनके प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता करेंगे.
गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से पहले करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण के लिए केवल साढ़े तीन महीने रह गए हैं. ऐसे में दोनों देशों को कदम उठाने होंगे ताकि सिख श्रद्धालु इसी साल नवंबर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर सकें.