करतारपुर गलियारे को शुरू करने के समझौते पर भारत-पाकिस्तान ने किए हस्ताक्षर, श्रद्धालुओं के लिए बनी ये रूपरेखा
तीर्थयात्रियों को 20 अमेरिकी डॉलर प्रति यात्री सेवा शुल्क के रूप में वसूलने की पाकिस्तान की जिद का मुद्दा मुख्य रूप से चर्चा का विषय रहा है. भारत ने लगातार पाकिस्तान से तीर्थयात्रियों पर कोई शुल्क नहीं लगाने का आग्रह किया. लेकिन पाकिस्तान अपनी बात पर अड़ा रहा.
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में तल्खी के बीच आज ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को शुरू करने के लिए दोनों देशों ने हस्ताक्षर कर दिए. अब भारतीय सिख श्रद्धालु पाकिस्तान की सरजमीं पर मौजूद पवित्र दरबार साहिब जा सकेंगे और दर्शन कर पाएंगे. समझौते पर हस्ताक्षर करने संबंधी कार्यक्रम का आयोजन नरोवाल में भारत-पाकिस्तान सीमा पर करतारपुर जीरो प्वाइंट पर हुआ. इस समझौते के साथ ही गलियारे को चालू करने में आ रही मुख्य कानूनी बाधा को दूर कर लिया गया है.
तीर्थयात्रियों को 20 अमेरिकी डॉलर प्रति यात्री सेवा शुल्क के रूप में वसूलने की पाकिस्तान की जिद का मुद्दा मुख्य रूप से चर्चा का विषय रहा है. भारत ने लगातार पाकिस्तान से तीर्थयात्रियों पर कोई शुल्क नहीं लगाने का आग्रह किया. लेकिन पाकिस्तान अपनी बात पर अड़ा रहा. पिछली तीन संयुक्त सचिव स्तर की बैठकों और कूटनीतिक स्तर पर इस पर बार-बार जोर दिया गया था कि यह भारतीय तीर्थयात्रियों की धार्मिक और आध्यात्मिक भावनाओं के अनुरूप नहीं है.
शुल्क माफ करने से इनकार करने पर भारत ने पाकिस्तान के साथ अपनी गहरी निराशा साझा की है. हालांकि 550वें प्रकाशपर्व के पहले तीर्थयात्रियों और करतारपुर साहिब कॉरिडोर के समय पर परिचालन के हित में भारत ने आज पाकिस्तान के साथ समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए.
इस समझौते पर हस्ताक्षर के साथ करतारपुर साहिब गलियारे के संचालन के लिए एक औपचारिक रूपरेखा तैयार की गई है.
समझौते की मुख्य बातें
- भारतीय मूल के सभी धर्मों और व्यक्तियों के भारतीय तीर्थयात्री गलियारे का उपयोग कर सकते हैं.
- यात्रा वीज़ा मुक्त होगी.
- तीर्थयात्रियों को केवल एक वैध पासपोर्ट ले जाने की आवश्यकता है.
- भारतीय मूल के व्यक्तियों को अपने देश के पासपोर्ट के साथ ओसीआई कार्ड ले जाने की आवश्यकता है.
- कॉरिडोर सुबह से शाम तक खुलेगा, सुबह यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को उसी दिन वापस लौटना होगा.
- कॉरिडोर पूरे साल चालू रहेगा, अधिसूचित दिनों को छोड़कर जिनकी जानकारी पूर्व में दी जाएगी.
- तीर्थयात्रियों के पास अकेले या समूहों में जाने के लिए और पैदल यात्रा करने का भी विकल्प होगा.
- भारत यात्रा की तारीख से 10 दिन पहले तीर्थयात्रियों की सूची पाकिस्तान को भेजेगा. यात्रा की तारीख से 4 दिन पहले तीर्थ यात्रियों को पुष्टिकरण भेजा जाएगा.
- पाकिस्तान पक्ष ने भारत को 'लंगर' और 'प्रसाद' के वितरण के लिए पर्याप्त प्रावधान करने का आश्वासन दिया है.
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए गए प्रावधान करतारपुर साहिब कॉरिडोर के समय पर उद्घाटन के लिए सभी आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर अर्थात राजमार्ग और यात्री टर्मिनल भवन पूरे होने वाले हैं. तीर्थयात्रियों के मार्ग को सुगम और आसान तथा सुविधाजनक बनाने के लिए एक मजबूत सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है.
तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल (prakashpurb550.mha.gov.in) आज लाइव हो गया है. तीर्थयात्रियों को आवश्यक रूप से इस पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा और अपनी पसंद के किसी भी दिन की यात्रा करने के लिए पंजीकरण किया जा सकता है. पंजीकरण की पुष्टि यात्रा की तारीख से 3 से 4 दिन पहले तीर्थयात्रियों को एसएमएस और ईमेल द्वारा सूचित की जाएगी. यात्रा की एक इलेक्ट्रॉनिक पर्ची जारी की जाएगी जिसे यात्री टर्मिनल बिल्डिंग में पहुंचने पर तीर्थयात्रियों को अपने पासपोर्ट के साथ ले जाना होगा.