नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने पुष्टि की है कि करतारपुर कॉरीडोर की आखिरी रूपरेखा को जल्द आगे बढ़ाने के लिए दोनों देश के अधिकारी चार सितंबर, बुधवार को मिलेंगे. इस बार बैठक भारत की ओर अटारी में 10.30 बजे होगी. इस बैठक के बाद भारत के पाकिस्तान के बीच कॉरीडोर पर तकनीकी वार्ता के 5वें दौर में पहुंचने की उम्मीद है. पिछले हफ्ते नई दिल्ली ने इस मुलाकात का प्रस्ताव दिया था. यह तीसरा मौका है जब भारत और पाकिस्तान इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर चर्चा के लिए मिलेंगे जिससे लाखों श्रद्धालु करतारपुर गुरुद्वारे जा सकेंगे.


पहले दौर की वार्ता मार्च में अटारी में हुई थी इसके बाद जुलाई में अगली वार्ता वाघा में हुई थी. 14 जुलाई को जब भारत और पाकिस्तान के अधिकारी दूसरे दौर की वार्ता के लिए मिले थे तब इस्लामाबाद ने रावी नदी पर पुल बनाने के लिए सहमति जताई थी. इस पुल की मदद से श्रद्धालु पूरे साल सभी मौसमों में करतापुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शन के लिए जा सकेंगे.


मुलाकात के दौरान पाकिस्तान को हर रोज 5000 श्रद्धालुओं के जाने और वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा देने की भारतीय मांग को स्वीकार करना पड़ा. भारत ने वाघा में हुई बैठक में खालिस्तानी समर्थकों पर डोजियर भी पाकिस्तान को सौंपा था. भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ करतारपुर कॉरीडोर का काम बेहद तेजी से चल रहा है. दोनों तरफ अधिकारी लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं.


नवंबर 2018 में भारत-पाकिस्तान ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब और पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक को जोड़ने वाले सीधे रोड का एलान किया था. करतारपुर पाकिस्तान के नरोवल जिले में रावी नदी के पार स्थित है, डेरा बाबा नानक से इसकी दूरी सिर्फ चार किलो मीटर है.