(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Cow Hug Day: भारत में 14 फरवरी को काउ हग डे मनाने की अपील, नीदरलैंड्स में गाय को ऐसे ही प्रेम करते हैं लोग, जानें क्यों बनता जा रहा है ये ट्रेंड
14th February: भारत में इस बार 14 फरवरी बेहद खास होने वाली है. शायद ऐसा पहली बार होगा कि वेलेंटाइन डे को लोग काउ हग डे के रूप में मनाएंगे. वाकई में ये अनुभव काफी लोगों के लिए शानदार रहने वाला है.
Cow Hug Day In India: भारतीय पशु कल्याण बोर्ड 14 फरवरी को काउ हग डे (Cow Hug Day) के रूप में मनाना चाहता है. जनता से गायों को गले लगाने की अपील भी की गई है. बोर्ड का मानना है कि इससे लोगों में गायों के प्रति भावनात्मक समृद्धि आएगी और साथ ही ये व्यक्तिगत और सामूहिक खुशी को भी बढ़ाएगा. 14 फरवरी को दुनिया के कई हिस्सों में वेलेंटाइन डे (Valentine Day) के रूप में मनाया जाता है.
इसमें कोई शक नहीं है कि भारतीय लोगों के लिए इस बार का वेलेंटाइन डे खास होने वाला है. हालांकि, यहां ये भी जानना जरूरी है कि भारत की तरह ही दुनिया में कई देश ऐसे हैं, जहां गायों को बहुत प्यार और स्नेह किया जाता है. इन्हीं देशों में से एक नीदरलैंड्स (Netherlands) भी है. यहां के नागरिक गायों को खूब प्रेम करने के लिए जाने जाते हैं. नीदरलैंड्स से ही ये ट्रेंड निकला है जो अब कई देशों में फैसला जा रहा है.
डच से ही निकला ट्रेंड
डच भाषा में गाय को गले लगाने का मतलब है 'कोए नफ़ेलेन' (koe knuffelen). गायों को इससे काफी अच्छा महसूस होता है. जब इंसान गायों की पीठ को थपथपाते हैं तो वो उनके लिए काफी आरामदायक होता है. माना जाता है कि गाय पालना सकारात्मकता को बढ़ावा देता है और मनुष्यों में ऑक्सीटोसिन को बढ़ाकर तनाव को कम करता है.
स्विट्जरलैंड से अमेरिका तक गायों को हग करने का ट्रेंड
नीदरलैंड्स में गायों को लेकर ऐसा प्रेम पिछले 10 सालों में ज्यादा देखने को मिला है और अब ये लोगों को प्रकृति और देश के जीवन के करीब लाने के लिए एक व्यापक डच आंदोलन का हिस्सा है. आज, रॉटरडैम, स्विटज़रलैंड और यहां तक कि अमेरिका में भी गायों को गले लगाने का ट्रेंड है.
'गले लगाने से गाय अच्छा महसूस करती हैं'
पालने का अनुभव स्वयं मवेशियों के लिए भी सुखद हो सकता है. एप्लाइड एनिमल बिहेवियर साइंस जर्नल में 2007 के एक अध्ययन में कहा गया है कि जब गायों की गर्दन और ऊपरी पीठ के विशेष क्षेत्रों में मालिश की जाती है, तो वे गहरी छूट, खिंचाव और अपने कानों को वापस गिरने देती हैं.
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