Flying Suit: उड़ने वाले सूट की आर्मी को क्यों पड़ रही जरूरत? अगले हफ्ते होगा ट्रायल, जानिए सबकुछ
Indian Army News: आर्मी के हिसाब से सूट की स्पीड कम से कम 50 किलोमीटर प्रति घंटे की हो साथ ही कम-से-कम 8 मिनट फ्लाइट टाइम हो. साथ ही यह माइनस 10 से प्लस 45 डिग्री सेल्सियस तक ऑपरेट हो सके.
India Army Flying Suit Trial: क्या आपने सुना है कि किसी सूट को पहनकर कोई उड़ सकता है? शायद नहीं, लेकिन ऐसा होने वाला है. इंडियन आर्मी अब जेट पैक पहनने की तैयारी में है. यह एक ऐसा सूट है, जिसे पहनकर सैनिक उड़ सकते हैं. जानकारी के मुताबिक आर्मी ने पिछले महीने इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी किया था. जिसमें अब आर्मी उन सभी उड़ने वाली सूटों का ट्रायल लेने वाली है जो भारतीय कंपनियों ने बनाए हैं.
आर्मी अगले महीने हाई एल्टीट्यूड एरिया में जेट पैक सूट का ट्रायल लेगी. इसके साथ ही यह भी चेक करेगी की कौन सा सूट आर्मी की जरूरत के हिसाब से सही है. आर्मी को 48 जेट पैक सूट चाहिए. आर्मी के अनुसार सूट में सुरक्षित टेक ऑफ, फ्लाइट और लैंडिंग का फीचर होना चाहिए. यह टर्बाइन इंजन, इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड सिस्टम वाला हो सकता है.
80 किलो के वजन का आदमी उठा सकता है सूट
आर्मी के हिसाब से सूट की स्पीड कम से कम 50 किलोमीटर प्रति घंटे की हो साथ ही कम-से-कम 8 मिनट फ्लाइट टाइम हो. साथ ही यह माइनस 10 से प्लस 45 डिग्री सेल्सियस तक ऑपरेट हो सके. भारतीय कंपनी एयरो इंडिया ने जेट पैक को प्रदर्शित किया है. एयरो कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राघव रेड्डी ने बताया कि यह सूट टर्बो इंजन से चलता है. साथ ही 80 किलो के वजन के व्यक्ति को उठा सकता है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि जेट सूट का खुद का वजन करीब 40-50 किलो तक हो सकता है.
जानें क्यों है आर्मी को जेट सूट की जरूरत?
आर्मी को कई बार ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है जब उन्हें ऐसे सूट की जरूरत होती है जो उड़ सके. आर्मी को कई बार खतरे की पहचान की करने के लिए जगह में पहुंचकर इंटरसेप्ट करना होता है जिसमें यह सूट काम आ सकता है. कई बार कहीं लैंड स्लाइड हो गया हो या फिर ब्रिज टूट गया हो और दूसरी तरफ जाना हो तो सैनिक को भेजने के लिए जेट पैक सूट का इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसे कई कारणों की वजह से आर्मी को जेट सूट की जरूरत है.
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