न्यूयॉर्कः आतंक विरोधी वैश्विक योजनाओं में भारत की भूमिका को लेकर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आतंक विरोधी योजनाओं में भारत हमेशा से सक्रिय भूमिका में रहा है. न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'भारत आतंकवाद से मुकाबले के लिए किए गए सामूहिक प्रयास में  हमेशा आगे रहा है.'' आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को लेकर उन्होंने कहा कि भारत पहले भी आतंक के विरोध में रहा है और आगे भी इसका विरोध करता रहेगा.


अफगानिस्तान के मुद्दे पर हो सकती है चर्चा


तिरुमूर्ति ने कहा कि 76वें UNGA सत्र की बैठक में कोरोना महामारी और अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रम की चर्चा प्रमुख रूप से हो सकती है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और इसके मानवीय प्रभाव के अलावा, इस बैठक के दौरन वैश्विक आर्थिक मंदी, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, मध्य पूर्व और अफ्रीका में चल रहे संघर्ष को प्रमुख रूप से चर्चा संभव है.


अब्दुल्ला शाहिद कर रहे हैं अध्यक्षता


बता दें कि इस साल का UNGA सत्र 14 सितंबर से शुरू हुआ है. इस सत्र की अध्यक्षता अब्दुल्ला शाहिद कर रहे हैं. उच्च स्तरीय सप्ताह चर्चा की शुरुआत 21 सितंबर यानि आज से शुरू होगा. इस सत्र को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन विश्व के नेताओं को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि इस सत्रा में वह आतंकवाद, अफगानिस्तान की मौजूदा हालात और कोरोना को लेकर बात कर सकते हैं.


तिरूमूर्ति ने कहा, ''76वीं UNGA की बैठक कई कारणों से भारत के लिए महत्वपूर्ण मौका है. उम्मीद है कि भारत विकासशील देशों की अग्रणी आवाज के साथ-साथ यूएन सुरक्षा परिषद के वर्तमान सदस्य के रूप में वैश्विक मुद्दों को मजबूती से उठाने के लिए अपनी स्थिति का इस्तेमाल करेगा.''


बता दें कि 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी आतंकवाद से लड़ने के लिए वैश्विक प्रयास को लेकर चर्चा कर सकते हैं. माना जा रहा है कि पीएम मोदी कोरोना और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी अपनी बात रख सकते हैं.


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