Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को चार महीने से भी अधिक का समय बीत चुका है. रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) में होने वाली मौतों पर भारत (India) ने चिंता व्यक्त की है. भारत ने कहा कि दोनों देशों की इस लड़ाई में शहरी इलाकों के महत्वपूर्ण नागरिक ठकाने आसान लक्ष्य बन गए हैं. संयुक्त राष्ट्र (United Nation) में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रविंद्र ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन (Ukraine) को लेकर कहा कि युद्ध के परिणामस्वरूप लाखों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है. जिनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की है. युद्ध के कारण कई अनगिनित लोग बेघर होकर पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए मजूबर हैं.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रविंद्र रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर यूक्रेन की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यूक्रेन की स्थिति को लेकर भारत बहुंत चिंतित है. उन्होंने कहा, "रूस-यूक्रेन संघर्ष में नागरिकों की मौत की खबरें बहुत परेशान करने वाली हैं और इस संबंध में, हम अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं." उन्होंने आगे कहा कि, "हाल के सालों में शहरी इलाकों में महत्वपूर्ण नागरिक ठिकानें युद्ध के स्थिति में आसान लक्ष्य बनकर उभरे हैं." भारत ने कहा कि युद्ध के हालात में नागरिकों की सुरक्षा के मुद्दे पर लागू अंतरराष्ट्रीय कानून के ढांचे के भीतर विचार किया जाना चाहिए. बता दें कि भारत इससे पहले भी बुका में आम नागरिकों की हत्या की निंदा करने के साथ ही उसकी स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग भी कर चुका है.
भारत ने संघर्ष विराम का किया समर्थन
भारत ने कहा कि वो यूक्रेन-रूस युद्ध की शुरुआत से ही लगातार युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति, संवाद और कूटनीति के रास्ते की वकालत करता रहा है. भारत की ओर से आर रवींद्र ने कहा, "हम यूक्रेन के लोगों की पीड़ा को कम करने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं." भारत हमेशा से ही बातचीत के जरिए रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का समर्थन करता आया है. उन्होंने कहा,"भारत संघर्ष की इस स्थिति में यूक्रेन और उसके पड़ोसियों के लिए मानवीय आपर्ती जिसमें दवाएं और अन्य आवश्यक राहत सामग्री शामिल है भेज रहा है.''
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