India At UNHRC Debate: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा का समर्थन करने पर तुर्किए को भारत ने जमकर खरी-खोटी सुनाई. भारतीय विदेश मंत्रालय की अवर सचिव जगप्रीत कौर ने बुधवार (8 मार्च) को कहा, "केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है." उन्होंने कहा, "हम इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के बयान में भारत के लिए तथ्यात्मक रूप से गलत और अनुचित संदर्भों को अस्वीकार करते हैं."


विदेश मंत्रालय के अवर सचिव ने मानवाधिकारों के 52वें नियमित सत्र की संयुक्त राष्ट्र की 17वीं बैठक में कहा, "ओआईसी ने इस मुद्दे पर स्पष्ट, पक्षपातपूर्ण और तथ्यात्मक रूप से गलत दृष्टिकोण अपनाकर अपनी विश्वसनीयता खो दी है." उन्होंने कहा, "जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों का पूरा क्षेत्र भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है." उन्होंने कहा कि भारत निराधार आरोपों से इनकार करता है.


भारत ने पाकिस्तान को दिखाया आईना


कौर ने कहा, "यह क्रॉनिकल है कि सात दशकों के दौरान पाकिस्तान की संस्थाओं, सरकारों और नीतियों ने अपने ही लोगों को लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता, सहिष्णुता और सामाजिक न्याय से वंचित कर दिया है." उन्होंने कहा, "आज के पाकिस्तान में गैर-भेदभाव दूर की कौड़ी है." उन्होंने कहा, "बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध के लोगों को राजनीतिक रूप से दमन और प्रताड़ित किया गया है"


बिलावल भुट्टो की टिप्पणी पर पलटवार


जगप्रीत कौर ने पाकिस्तान को यह फटकार पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की कश्मीर को लेकर की गई टिप्पणी पर लगाई. दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने हाल ही में महिला, शांति और सुरक्षा पर सुरक्षा परिषद की बहस के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था. कौर ने कहा, "हम बहस के विषय का सम्मान करते हैं और समय का महत्व समझते हैं. इसलिए हमारा ध्यान विषय पर बना रहेगा."


ये भी पढ़ें-Karnataka: कांग्रेस कार्यकर्ता ने डांसर पर बरसाए नोट, वीडियो हुआ वायरल तो बीजेपी ने कहा- माफी मांगो