I.N.D.I.A TMC Congress In West Bengal: केंद्र की सत्ता से नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के इरादे से बने विपक्ष इंडिया गठबंधन में बंगाल में तकरार तेज हो गई है. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.


शुक्रवार (19 जनवरी) को कालीघाट स्थित अपने आवास पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद जिले के तृणमूल नेताओं के साथ बैठक की थी, जो कांग्रेस का मजबूत गढ़ माना जाता है. मुर्शिदाबाद की बहरमपुर लोकसभा सीट से अधीर रंजन चौधरी कांग्रेस के सांसद हैं, वह लोकसभा में पार्टी के नेता भी हैं. 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने बहरमपुर और मालदा दक्षिण, सिर्फ इन दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि बाकी 40 सीटों में से 22 पर टीएमसी और 18 पर बीजेपी ने परचम लहराया था.


सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी‌ में TMC
I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल टीएमसी और कांग्रेस में सीटों के बंटवारे को लेकर तकरार ठन गई है. सूत्रों ने बताया है कि टीएमसी कांग्रेस को केवल वे दोनों सीटें देना चाहती है, जिन पर पार्टी ने 2019 में जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस कम से कम 6 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है. इसे लेकर अब दोनों दलों के नेताओं के बीच भी जुबानी जंग तेज हो गई है. सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार को ममता बनर्जी ने अपने आवास पर बैठक के दौरान राज्य की सभी 42 सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर रणनीति बनाने का निर्देश दिया है, जिसके बाद कांग्रेस और तृणमूल के बीच खाई और गहरी होती जा रही है.


'अकेले दम पर लड़ेंगे चुनाव'
शुक्रवार को ममता बनर्जी के घर हुई मीटिंग में उन्होंने मुर्शिदाबाद के नेताओं से कह दिया कि हम लोग इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में सीपीएम, आरएसपी या कांग्रेस उनको तवज्जो नहीं देते तो हम अकेले दम पर भी जीत सकते हैं. पार्टी सुप्रीमो ने साफ किया है कि अगर महत्व नहीं दिया गया तो तृणमूल कांग्रेस मुर्शिदाबाद समेत बंगाल की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. मुर्शिदाबाद जिले की 3 लोकसभा सीटों में से पिछली बार कांग्रेस को सिर्फ एक लोकसभा सीट मिली थी. बहरामपुर से अधीर रंजन चौधरी लगातार 5वीं बार जीते थे.


भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल नहीं होगी टीएमसी
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने साफ कर दिया है कि पार्टी ने फिलहाल कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने का फैसला नहीं किया है. इसकी वजह है कि आधिकारिक निमंत्रण भी नहीं मिला है और सीट बंटवारे को लेकर फार्मूला भी तय नहीं हो रहा.


राज्य में वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल को इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए क्योंकि इससे विपक्षी गठबंधन के पक्ष में एक सकारात्मक संदेश जाएगा.
उन्होंने कहा,''अब तृणमूल को तय करना चाहिए कि उन्हें क्या करना है.''  ऐसे में अब यह सवाल खड़े होने लगे हैं कि टीएमसी और कांग्रेस के बीच जब बंगाल में तालमेल नहीं बन पा रही तो फिर गठबंधन का क्या होगा?


25 जनवरी को बंगाल में प्रवेश करेगी न्याय यात्रा
आपको बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अभी असम में है और 25 जनवरी को कूचबिहार जिले के वक्सिरहाट से पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली है. यह यात्रा 27 जनवरी को बिहार पहुंचने से पहले पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग से होकर गुजरेगी. यह 30 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और 31 जनवरी को राज्य छोड़ने से पहले कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले मालदा और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी.


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