Mumbai India Book of Records: छोटे बच्चों को आजकल कंप्यूटर या फोन में व्यस्त देखा जा सकता है, लेकिन कुछ बच्चे इससे हटकर भी कुछ करने में दिलचस्पी रखते हैं. कुछ बच्चों को किताब लिखने का शौक होता है. मुंबई के मलाड में रहने वाले 6 बच्चों ने अपने किताब लिखने के शौक के कारण कमाल कर दिया है. इन बच्चों ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2023 में जगह बनाई है. ये किताब "Lets Not Grow Up" के नाम से लिखी गई है.
लेट्स नॉट ग्रो अप (Lets Not Grow Up) नाम की ये किताब आरुष जैन (12), हितांश शाह (12), खनक साबू (10), रेवंत नंगलिया (12), रौनक बिहानी (12), युगेन मेहता (12) ने 2022 के फरवरी महीने से मई महीने तक लिखी.
नन्हें बच्चों ने किताब लिखकर किया कमाल
ये किताब 354 पन्नों की है. इस किताब में नन्हे बच्चों ने बचपन और स्कूल की कहानियां लिखी हैं. पूरी किताब में 42 कहानियां हैं, जो बचपन में की गई शरारतें और मस्ती पर आधारित है. इन नन्हें बच्चों की प्रेरणा वह खुद बने. जहां बच्चों ने किताब का नाम भी लेट्स नॉट ग्रो अप लिखा है, जिसका मतलब होता है, "चलो, बड़े नहीं होते हैं."
बच्चों के अद्भुत काम से अभिभावक खुश
बच्चों के इस अद्भुत काम को देखकर उनके अभिभावक भी काफी खुश हुए और इसलिए उन्होंने इस किताब को पब्लिश करने का कार्य किया. 31 जुलाई 2022 को इस किताब को लॉन्च किया गया. खनक साबू के पिता विपिन साबू ने एबीपी न्यूज को बताया कि जब इन बच्चों ने कहानियां लिखना शुरू की, तब बच्चों की परीक्षा चल रही थी, लेकिन अभिभावकों ने उनके इस काम को समर्थन देते हुए बच्चों को किताब पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया.
बच्चों की काल्पनिक कहानियां ऑनलाइन भी उपलब्ध
अभिभावक विपिन साबू ने बताया कि जब हम सब बड़े हो जाते हैं और काम में व्यस्त हो जाते हैं, तब अपने पसंद का कार्य नहीं कर पाते हैं क्योंकि समय की कमी होती है. इन बच्चों ने एकजुट होकर अपने पसंद का कार्य किया है, इससे यही सीखने को मिलता है कि अपने शौक को कभी भुलाना नहीं चाहिए और उसके लिए समय निकालना जरूरी है. 9 से 11 साल के बच्चों की काल्पनिक कहानियों (Fantasy Stories) के लिए यह किताब जरूर पढ़े. 'लेट्स नॉट ग्रो अप' (Lets Not Grow Up) नाम की किताब ऑनलाइन भी उपलब्ध है और खरीदी भी जा सकती है. मुंबई (Mumbai) के कुछ बुक्स स्टोर्स में भी ये किताब उपलब्ध है.
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