इस दौरे के दौरान ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह से मुलाकात की. मीटिंग के दौरान दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने रक्षा और पनडुब्बी प्रौद्योगिकी, मेक इन इंडिया और नौसेनाओं के बीच पेशेवर सहयोग की दिशा में पहल पर चर्चा की. इसके अलावा दोनों देशों के अधिकारियों ने सभी समान विचारधारा वाली नौसेनाओं और देशों के साथ साझा समुद्री हितों के प्रति भारतीय नौसेना के दृष्टिकोण और सामान्य हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
ब्राजील प्रतिनिधिमंडल ने किया ब्राजील मझगांव डॉकयार्ड का दौरा
ब्राजील प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई स्थित मझगांव डॉकयार्ड का दौरा किया. मझगांव डॉकयार्ड में फ्रांस की मदद से भारतीय नौसेना के लिए छह स्कोर्पीन (कलवरी) क्लास पनडुब्बियां का निर्माण चल रहा है. इनमें से तीन भारतीय नौसेना को मिल चुकी हैं और दो के समुद्री-ट्रायल चल रहे हैं जबकि आखिरी का निर्माण-कार्य चल रहा है. ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय नौसेना की एक स्कॉर्पिन क्लास सबमरीन का दौरा किया.
क्यों अहम है ब्राजील के डेलिगेशन का दौरा?
आपको बता दें कि ब्राजील की नौसेना भी चार स्कोर्पीन क्लास पनडुब्बियां संचालित करती है. यही वजह है कि ब्राजील की नौसेना डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन के रखरखाव के लिए अलग-अलग देशों के साथ सहयोग के विकल्प तलाश रही है. ऐसे में ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल का भारत का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान ब्राजील की नौसेना के डेलिगेशन ने भारतीय नौसेना के अधिकारियों से खास तौर पर सबमरीन के रखरखाव पर बातचीत की.