भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की मुलाकात रद्द, भारत बोला- इमरान का असली चेहरा बेनकाब
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की मुलाकात रद्द कर दी गई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि पाकिस्तान की करनी और कथनी में बहुत फर्क है.
नई दिल्ली: न्यूयॉर्क में होने वाली भारत-पाक वार्ता को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. पाक की आतंकी परस्त नीति पर कड़ा रुख अपनाते हुए भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की मुलाकात रद्द कर दी गई है. बता दें कि विदेश मंत्रालय पाकिस्तान के साथ वार्ता को लेकर पुनर्विचार कर रहा था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से बातचीत फिर से शुरू करने की गुजारिश के बाद भारत की तरफ से रुख साफ किया गया था कि जब तक आतंकवाद रहेगा, बातचीत नहीं होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि पाकिस्तान की करनी और कथनी में बहुत फर्क है. इसी के साथ भारत ने ये भी कहा है कि इमरान का असली चेहरा बेनकाब हो गया है.
सामने आया इमरान का असली चेहरा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ''जम्मू-कश्मीर में भारतीय जवान की हाल में हुई जघन्य हत्या और पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद का महिमामंडन करने का निर्णय दिखाता है कि वह अपना रास्ता कभी नहीं बदलेगा. यह अब स्पष्ट है कि नई शुरुआत के लिए वार्ता का प्रस्ताव देने के पीछे पाकिस्तान के शैतानी एजेंडे का पर्दाफाश हो गया और पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान का असली चेहरा दुनिया के सामने आ गया है. ऐसे माहौल में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की वार्ता का कोई मतलब नहीं है. बदले हुए परिदृश्य में, न्यूयार्क में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात नहीं होगी."
इसलिए रद्द हुई बैठक
पिछले तीन दिनों में बीएसएफ के जवान नरेंद्र सिंह के साथ कायराना हरकत और हत्या और इसके बाद जम्मू कश्मीर के तीन पुलिस कर्मियों की पाकिस्तान के आतंकियों की तरफ से अपहरण और हत्या को सरकार ने बैठक की माहौल के खिलाफ माना है. इसलिये न्यूयॉर्क में होने वाली भारत-पाक की बैठक पर ये बड़ा एलान किया गया है.
Since y'day's announcement of meeting of foreign ministers of India & Pakistan, 2 deeply disturbing developments took place. Latest brutal killings of our security personnel by Pakistan entities & recent release of series of 20 postal stamps by Pakistan glorifying terrorists: MEA pic.twitter.com/5rTVKmOxEn
— ANI (@ANI) September 21, 2018
विपक्ष ने बोला था मोदी सरकार पर हमला बता दें कि भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की बैठक को सहमति देने के बाद मोदी सरकार के फैसले को लेकर विपक्ष ने हमला बोला था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है, ‘’साल 2004 से 2014 के बीच बीजेपी हमेशा ये हल्ला करती रही कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते, लेकिन अब मोदी सरकार खुद न्यूयॉर्क में आतंकी वारदातों और भारतीय सैनिकों पर हो रहे हमलों के बीच पाकिस्तान से बातचीत करने जा रही है.’’ उन्होंने कहा है कि 2014 से 2018 के बीच मोदी सरकार ने देश को सिर्फ गुमराह किया है.
पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब दें मोदी- केजरीवाल वहीं, इस मामले पर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है, ‘’"प्रधानमंत्री जी इतनी बड़ी-बड़ी बातें करते थे, कहते थे लव लेटर लिखने से काम नहीं चलेगा, उनको उनकी भाषा में जवाब देना होगा, तो दीजिये न, दो अब उनकी भाषा में जवाब. आप जन्मदिन पर उनके यहां केक काटने जाते हो, उससे जवानों के साथ हो रही बर्बरता रुकेगी क्या?"
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