Indo-Canada Controversy: भारत और कनाडा के बीच एक बार फिर तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडा ने भारत पर आरोप लगाया है. साल 2023 में निज्जर की कथित हत्या हो गई थी. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत सरकार के एजेंट निज्जर की मौत से जुड़े थे. हालांकि भारत ने कनाडा के इस आरोप का खंडन किया है और इस पर सख्ती दिखाते हुए भारत ने अपने उच्चायुक्त को कनाडा से वापस बुलाने का निर्णय लिया है. 


भारत और कनाडा के बीच छिड़े तनाव के बीच दो नाम चर्चा में हैं. पहला संजय वर्मा और दूसरा विकास स्वरूप सुर्खियों में है. दोनों देशों के बीच साल 2023 में हुई निज्जर की हत्या को लेकर जो तनाव सामने आया है, उसमें कनाडा ने भारत के हाई कमिश्नर संजय वर्मा पर निशाना साधा है. ऐसे में भारत ने कनाडा को जवाब देते हुए एक प्रेस रिलीज जारी किया है, उसमें लिखा है कि संजय वर्मा पर कनाडा गंभीर आरोप लगा रहा है, वो भारत के सीनियर डिप्लोमेट हैं. जो पिछले 36 साल से अपनी सेवाएं दे रहे हैं और भारत ये स्वीकार नहीं करेगा.


कौन हैं संजय वर्मा?
साल 2022 में संजय कुमार वर्मा को कनाडा के ओटावा में हाई कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया गया था. पिछले दो सालों से वे कनाडा में हाई कमिश्नर पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. अपने 36 साल के करियर में संजय जापान, सूडान, इटली, तुर्की, वियतनाम और चीन में राजदूत रहे हैं. सूडान में हाई कमीश्नर के पद पर सेवाएं देने के बाद संजय ने भारतीय विदेश मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी और एडिशनल सेक्रेटरी के रूप में भी काम किया. वहीं कनाडा में हाई कमिश्नर के पद पर काम करने से पहले उन्होंने जापान और मार्शल द्वीप में भारत के राजदूत की जिम्मेदारी संभाली थी.


उनके एजुकेशन की बात करें, तो संजय ने पटना यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और उसके बाद आईआईटी दिल्ली में फिजिक्स से पोस्ट ग्रेजुएशन की. 


कौन हैं विकास स्वरूप? 
साल 2017 में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप को कनाडा में भारत का हाई कमिश्नर नियुक्त किया गया था. विकास स्वरूप एक प्रसिद्ध भारतीय राजनयिक और लेखक हैं, जो पहले भारत के विदेश मंत्रालय में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. विकास स्वरूप का नाम भारत और कनाडा के बीच तनाव की स्थिति में इसलिए चर्चा में है क्योंकि वे पहले कनाडा में भारत के राजदूत थे और उसी समय , कनाडा सरकार भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रही है. विकास स्वरूप ने अपने करियर के दौरान विदेश मंत्रालय में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं हैं. वे साल 2017 से 19 तक कनाडा में भारत के हाई कमिश्नर के रूप में रह चुके हैं. इससे पहले उन्होंने भारत सरकार के अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी सेवाएं दीं हैं.  


भारत ने किया आरोपों का खंडन 
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया कि भारत सरकार का हाथ कनाडा में एक खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में है. हालांकि भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. इसके बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव और गहरा हो गया. भारत ने कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया. 


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