India-Canada Row: ‘हमारे पास जानकारी नहीं’, हरदीप सिंह निज्जर के मामले में एक्शन पर बोला विदेश मंत्रालय
Hardeep Singh Nijjar Killing Case: खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप कनाडा ने भारत के ऊपर लगाया था. इसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते नाजुक मोड़ पर हैं.
Hardeep Singh Nijjar Killing Case: हाल ही में कनाडा से आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा पुलिस जल्द ही दो लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है. इस मामले पर भारत ने शुक्रवार (29 दिसंबर) को कहा कि इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि निश्चित रूप से इस मामले में हमारे पास कोई जानकारी नहीं है. बागची ने कहा, मैं आपको जो बता सकता हूं वह यह है कि हमने इस मुद्दे पर अपनी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है और मुझे इस पर और कुछ नहीं कहना है.
एमईए के प्रवक्ता का बयान तब आया जब उनसे एक मीडिया रिपोर्ट के बारे में पूछा गया जिसमें कहा गया कि कनाडा निज्जर की हत्या के मामले में दो संदिग्धों की कुछ हफ्तों के अंदर गिरफ्तारी कर सकता है.
मीडिया रिपोर्ट में क्या दावा किया गया?
कनाडा के द ग्लोब एंड मेल अखबार ने एक रिपोर्ट में कहा कि संदिग्ध पुलिस की निगरानी में हैं और उम्मीद है कि कुछ ही हफ्तों में उन्हें पकड़ लिया जाएगा. अखबार ने तीन अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा था कि ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या के बाद दो संदिग्ध हत्यारों ने कनाडा नहीं छोड़ा और महीनों से पुलिस की निगरानी में हैं.
18 जून को एक गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी अलगाववादी निज्जर की हत्या कर दी गई थी और कनाडा ने आरोप लगाया था कि इसमें भारतीय एजेंटों का हाथ है. सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद से भारत और कनाडा के बीच संबंधों में तनाव देखने को मिल रहा है. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था और ट्रूडो के आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया.
कनाडा में स्वामी नारायण मंदिर के अध्यक्ष पर गोलीबारी
कनाडा में स्वामी नारायण मंदिर के अध्यक्ष के आवास पर गोलीबारी की खबरों पर एक सवाल के जवाब में, बागची ने विवरण पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ब्रिटिश कोलंबिया की उस घटना के बारे में हमारी समझ यह है कि वह किसी निजी आवास पर थी, जो निश्चित रूप से किसी ऐसे व्यक्ति से संबंधित था, जो मंदिर प्रबंधन समिति का सदस्य है.
उन्होंने आगे कहा, “मैं समझता हूं कि जांच चल रही है. मुझे नहीं लगता कि जांच पूरी होने तक इसके पीछे की मंशा या विवरण पर इस स्तर पर टिप्पणी करना उचित है.”
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