India-Canada Tension: खालिस्तानी आतंकियों पर एक्शन की तैयारी में भारत, एजेंसियों को दिए ये निर्देश
India Canada Relation: खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त करने के बाद एजेंसियों को नए निर्देश दिए हैं.
India Canada Row: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाए जाने के बाद से खालिस्तान आतंकवादियों का मुद्दा सुर्खियां बना हुआ है. इसी कड़ी में अब भारत खालिस्तानी आतंकियों पर एक्शन की तैयारी में है और विदेश में आतंकियों की पहचान करने के एजेंसियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे शहरों में खालिस्तानी आतंकियों की पहचान करने के लिए तमाम एजेंसियों का कहा गया है. इतना ही नहीं इनकी पहचान करने के बाद ओसीआई कार्ड भी रद्द करने के लिए कहा गया है. साथ ही इनकी प्रॉपर्टियों की भी पहचान करने के लिए कहा है.
UAPA के तहत होगी इन आतंकियों पर कार्रवाई
प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू पर बड़ी कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, दुबई, पाकिस्तान और अन्य देशों में रह रहे 19 भगोड़े खालिस्तानी आतंकवादियों की एक सूची तैयार की है. सुरक्षा एजेंसियों की इन लोगों की कई सालों से तलाश थी. इन आतंकियों पर विदेश से भारत विरोधी प्रोपेगेंडा चलाने का आरोप है और सख्त आतंकवाद विरोधी कानून (UAPA) के तहत कार्रवाई की जाएगी.
जस्टिन ट्रूडो के आरोप के बाद एक्शन में सरकार
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर दोनों देशों के बीच बड़े पैमाने पर राजनयिक विवाद पैदा होने के कुछ दिनों बाद ये बड़ी कार्रवाई हुई है.
ये आतंकवादी पंजाब और भारत के कई पड़ोसी इलाकों को अलग करके धर्म आधारित एक अलग राज्य बनाने की वकालत करते हैं, जिसे 'खालिस्तान' के नाम से जाना जाए. सिख फॉर जस्टिस ने कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में पंजाब इंडिपेंडेंस रेफरेंडम भी आयोजित किया है. भारत सरकार ने तथाकथित जनमत संग्रह को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है और कनाडा सरकार से इसके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.
ये भी पढ़ें: India-Canada Tension: 'कनाडा ने नहीं दिए सबूत, बताएं कौन है निज्जर का कातिल', विवाद के बीच भारतीय अधिकारी का बयान