India-Canada Tension Row: कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच जारी विवाद पर अब भारत के एक टॉप सिक्योरिटी ऑफिसर का बयान आया है. उन्होंने बताया है कि कनाडा ने निज्जर की हत्या को लेकर भारत के साथ कोई सिक्योरिटी इंटेलिजेंस शेयर नहीं किया है.
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया है कि निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी का हाथ है. उन्होंने अपने देश की संसद में दावा किया था कि इस पर भारत सरकार को जानकारी दी गई है. इसे लेकर नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि न तो कनाडा से और न ही वॉशिगंटन डीसी (अमेरिका) से भारत के जी20 शिखर सम्मेलन (9-10 सितंबर) के दौरान कोई भी इंटेलिजेंस खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंधित शेयर किया गया था.
भारत के टॉप सिक्यॉरिटी ऑफिसर्स से मिले थे कनाडा के NSA
कनाडा के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) जोडी थॉमस ने भारत में अपने समकक्ष और इंडियन इंटेलिजेंस चीफ से जी20 से पहले जरूर मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने निज्जर की हत्या से संबंधित कोई भी प्रूफ शेयर नहीं किया. अधिकारी ने यह भी कहा कि न तो राजनयिक और न ही इंटेलिजेंस चैनल के जरिए कनाडा ने भारत से कुछ भी ऐसा शेयर किया गया है जो इस बात का संकेत दे कि निज्जर की हत्या के पीछे हमारी खुफिया एजेंसी का हाथ है. उक्त अधिकारी ने यह भी कहा कि निज्जर की हत्या से भारत का कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए कनाडा सरकार को जांच और हत्यारे की पहचान में हम मदद के लिए भी तैयार है.
ट्रूडो का दावा राजनीति से प्रेरित
अधिकारी ने बताया कि निज्जर को लेकर कनाडाई पीएम का दावा वहां चुनाव से पहले सिख समुदाय को ध्यान में रखते हुए किया गया है. कनाडा में अमेरिका के एम्बेस्डर डेविड कोहेन ने पिछले हफ्ते यह जानकारी दी थी कि निज्जर की हत्या पर कनाडा सरकार के साथ 'फाइव आइज' पार्टनर्स देशों की इंटेलिजेंस शेयर किए गए थे. इस फाइव आइज में कनाडा और अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड है. पांचो मुल्कों के इंटेलिजेंस अलायंस को दुनिया के सबसे सफल गठबंधन में से एक कहा जाता है. एम्बेस्डर डेविड कोहेन ने बताया था कि निज्जर की हत्या से संबंधित एक महत्वपूर्ण लिंक इस इंटेलिजेंस में शेयर किए गए थे.
इस पर भारतीय अधिकारी ने बताया कि अमेरिका कनाडा का पुराना सहयोगी है, जबकि भारत के साथ भी उसके रिश्ते बेहद मधुर हुए हैं. इसलिए उसने इस घटना की सघन जांच का सटीक स्टैंड लिया है. यूएस की सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंथोनी ब्लिंकी ने इसलिए कहा था कि इस मामले में गहन जांच करना जरूरी है. भारतीय अधिकारी ने कहा कि कनाडा के लिए अभी सबसे अच्छी बात यह होगी कि अपने दावे से संबंधित प्रूफ या इंटेलिजेंस शेयर करें. जस्टिन ट्रूडो को निज्जर के हत्यारे का नाम बताना चाहिए.
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