(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
वल्लभभाई पटेल जयंती पर अमित शाह बोले- सरदार पटेल ने देश को विभाजित करने वालों के मंसूबों को किया नाकाम
आज पूरा देश सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहा है. जंयती के मौके पर अमित शाह, द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
Sardar Vallabhbhai Patel Jyanti: भारत के स्वतंत्रता सेनानी और लौहपुरुष को आज उनकी 147वीं जंयती पर पूरा भारत याद कर रहा है और सभी उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनको नमन किया. पटेल चौक में आयोजित कार्यक्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की. वल्लभभाई पटेल को नमन करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कई गणमान्य लोगों ने भी सोमवार को पुष्पांजलि अर्पित की.
आज पूरा देश सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहा है. इस मौके पर दिल्ली के पटेल चौक पर एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में राष्ट्रपति और अन्य हस्तियों ने शिरकत की. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौजूद थीं.
गृह मंत्री अमित शाह ने क्या कहा?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जंयती के उपलक्ष्य पर कहा, "लौहपुरुष ने देश को विभाजित रखने के प्रयास करने वाली विरोधी ताकतों के बावजूद अपनी दूरदर्शिता से एक मजबूत और अखंड भारत के सपने को साकार किया. उनके इरादों के बिना, एक मजबूत और अखंड भारत संभव नहीं हो सकता था. वर्तमान भारत के निर्माण में पटेल की अहम भूमिका रही. पटेल का नाम सामने आते ही आज के भारत का मानचित्र नजरों के सामने आ जाता है यह पटेल के दृढ़ इरादों का ही परिणाम है कि भारत आजादी के बाद एकता के सूत्र में बंधा है."
गृह मंत्री ने कहा, "स्वतंत्रता के समय सभी रियासतों को भारत संघ के तहत लाने की चुनौती थी. सरदार पटेल उन सभी को भारत संघ के तहत लेकर आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूत, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. देश ने पिछले आठ सालों में इस संबंध में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. हम आज़ादी की शताब्दी के समय वर्ष 2047 में सरदार पटेल के सपनों का भारत बनाने में सफल हो जाएंगे. आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत, हर नागरिक 2047 तक भारत को दुनिया में सबसे मजबूत और सबसे समृद्ध राष्ट्रों में से एक बनाने का संकल्प लेगा. उस समय देश अपनी आज़ादी के 100वें वर्ष का जश्न मना रहा होगा."
रन फॉर यूनिटी दौड़ का आयोजन
अमित शाह ने भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 147वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक दौड़ को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि भारत एक मजबूत और समृद्ध देश बनने के स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को अगले 25 वर्ष में साकार कर लेगा और अपनी स्वतंत्रता के 100वें वर्ष का जश्न मनाएगा.
मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से शुरू हुई रन फॉर यूनिटी दौड़ में खेल जगत की हस्तियों, खेल प्रेमियों और केंद्रीय पुलिस बलों के जवानों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की. शाह ने दौड़ में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को एकता की शपथ भी दिलाई. दौड़ को हरी झंडी दिखाने के समारोह में केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी और निसिथ प्रमाणिक के अलावा दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद थे.
मोरबी पुल दुर्घटना में व्यक्त की संवेदनाएं
अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत गुजरात के मोरबी शहर में पुल टूटने के कारण जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देकर की. उन्होंने कहा, 'गुजरात में कल (रविवार) एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. मैं इस हादसे पर खेद व्यक्त करता हूं और अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए भी प्रार्थना करता हूं.'
बता दें, सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था. भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में, पटेल को 560 से अधिक रियासतों का भारत संघ में विलय कराने का श्रेय दिया जाता है. समारोह के हिस्से के रूप में, भारत के एकीकरण में सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए, देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.