Project Tiger: बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है. भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस समय 3000 बाघ हैं, जो दुनिया में बाघों की आबादी का 70 फीसदी है. बाघों की ये आबादी हर साल 6 फीसदी की दर से बढ़ रही है लेकिन आजादी के बाद एक वक्त ऐसा भी आया था जब बाघों को बचाने के लिए भारत को मुहिम चलानी पड़ी थी. इसे प्रोजेक्ट टाइगर नाम दिया गया. 1 अप्रैल को प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे हो गए हैं. भारत 5 दशक लंबी इस मुहिम का जश्न मना रहा है. 


भारत ने पहली बार 1 अप्रैल, 1973 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी. प्रोजेक्ट टाइगर जब शुरू किया गया था, तब इसके अंदर 18278 वर्ग किमी में फैले 9 टाइगर रिजर्व को शामिल किया गया था. 50 सालों बाद आज यह 53 टाइगर रिजर्व में फैला हुआ है और 75,000 वर्ग किमी का क्षेत्र कवर करता है.


9 अप्रैल को पीएम मोदी जारी करेंगे सिक्का


प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार 9 अप्रैल से कर्नाटक के मैसूर में तीन दिवसीय कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें शामिल होने पहुंचेंगे, जहां वे देश में बाघों की संख्या का ताजा आंकड़े जारी करेंगे. इसके साथ ही एक प्रोजेक्ट को याद करते हुए एक सिक्का भी जारी किया जाएगा.


प्रोजेक्ट टाइगर के बारे में जानकारी देते हुए पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, 'प्रोजेक्ट टाइगर बाघों को विलुप्ति के कगार से वापस लाने में सफल रहा है.' उन्होंने कहा, 'इसकी सफलता को केवल बाघों की संख्या के आधार पर नहीं देखा जाना चाहिए. मंत्रालय सभी संभावित बाघ आवासों को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के कवरेज के तहत ला रहा है ताकि बाघों की आबादी को स्थायी आधार पर संरक्षित किया जा सके.'


'बाघों की रक्षा, जंगल की रक्षा'


कांग्रेस महासचिव और पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने भी 50वीं वर्षगांठ पर प्रोजेक्ट को याद किया. रमेश ने लिखा, 'गिर लायन प्रोजेक्ट लॉन्च करने के 15 महीने बाद, आज से ठीक 50 साल पहले इंदिरा गांधी ने कॉर्बेट में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी. उस समय तक 9 टाइगर रिजर्व थे. आज 53 हैं. उनके लिए बाघों की रक्षा करना जंगलों की रक्षा करना था. टाइगर रिजर्व अब समृद्ध वन क्षेत्रों के एक तिहाई हैं.'


राहुल गांधी ने दादी को किया याद


हाल ही में अयोग्य ठहराए गए सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी परियोजना शुरू करने के लिए अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. फेसबुक पर राहुल गांधी ने लिखा, "प्रोजेक्ट टाइगर वन्यजीव संरक्षण के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता और पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की प्रेरक विरासत के लिए एक शानदार श्रद्धांजलि है."


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर इसे याद किया. उन्होंने 1 अप्रैल को ट्विटर पर लिखा, '50 साल पहले श्रीमती इंदिरा गांधी ने बाघों के आवास संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया था. इस ऐतिहासिक पहल ने आर्थिक, वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक मूल्यों के लिए एक व्यवहार्य बाघ आबादी सुनिश्चित की. आइए हम इस राजसी जीव की रक्षा करना जारी रखें.'


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