नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के समाधान के लिए भारत और चीन ने सातवें दौर की सैन्य वार्ता की. यह बैठक सोमवार को करीब 13 घंटे चली. बैठक के बाद भारतीय सेना ने कहा है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों के पीछे हटने के मुद्दे पर भारत और चीन के बीच गंभीर, व्यापक और रचनात्मक बातचीत हुई.
सेना ने कहा, ''सैन्य वार्ता में भारत और चीन आपसी मतभेद को विवाद में न बदलने देने और सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति बनाये रखने पर सहमत हुए.'' बयान में कहा गया है कि भारत और चीन अपने नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण समझ को गंभीरतापूर्वक क्रियान्वित करने पर सहमत हैं.
सेना ने कहा कि भारत चीन वार्ता में इस बात पर सहमति बनी कि यथाशीघ्र सैनिकों के पीछे हटने के लिए दोनों पक्षों को स्वीकार्य समाधान निकालने के वास्ते संवाद बनाये रखा जाएगा. भारत और चीन, सैन्य और राजनयिक माध्यम से संवाद और संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए.
बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद छठे महीने में प्रवेश कर चुका है. भारत और चीन ने बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं जो लंबे गतिरोध में डटे रहने की तैयारी है.
भारतीय सैनिकों ने 29 और 30 अगस्त की रात पैंगोंग नदी के दक्षिणी किनारे स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कई ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया था जिससे वहां भारतीय सेना की स्थिति काफी मजबूत हो गई है.
भारतीय सेना ने चीनी सेना के जवाब में सीमा पर टैंक और अन्य भारी अस्त्र-शस्त्र उतार दिए हैं तथा ईंधन, भोजन और सर्दियों में काम आने वाली चीजों की पर्याप्त व्यवस्था की है.