India-China Border Clash Live: 'भारतीय सेना ने बहादुरी से चीनी सैनिकों को दिया मुंहतोड़ जवाब,' तवांग झड़प पर राजनाथ सिंह ने संसद में कहा
India-China Border Clash Live: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल समेत तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की.
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India-China Border Clash Live: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास भारतीय और चीनी सैनिकों की 9 दिसंबर को झड़प हुई. इसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए. वहीं, भारतीय सेना ने सोमवार (12 दिसंबर) को इस मामले की जानकारी दी है. भारतीय थलसेना ने एक बयान में बताया गया कि, "पीएलए (चीन की सेना) के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी पर नौ दिसंबर को झड़प हुई. हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता से सामना किया. इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आई हैं."
दरअसल, इससे पहले भी कई बार चीनी सैनिकों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश की है और उनका जांबाज भारतीय सैनिकों के साथ सामना हुआ है. 1962, 1967, 1975, 2020 और अब 2022 में एक बार फिर एलएसी पर भारतीय और चीनी सेना के बीच हिंसक टकराव हुआ है.
राजनाथ सिंह ने सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल के साथ की बैठक
वहीं, अब इस मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल समेत तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री घटना ने मामले पर विस्तृत जानकारी ली. वहीं आज संसद में रक्षा मंत्री घटना पर बयान दे सकते हैं.
विपक्ष ने मांगा सरकार से जवाब
कांग्रेस पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में नोटिस देकर मांग की है कि प्रश्नकाल, शून्यकाल और अन्य विधायी कार्यों को रोककर इस विषय पर चर्चा कराई जाए. उन्होंने मांग की कि सरकार तवांग और चीन की सीमा से लगे अन्य क्षेत्रों की स्थिति के बारे में सदन को सूचित करें क्योंकि यह भारत की संप्रभुता और स्वतंत्रता से जुड़ा विषय है.
कांग्रेस महासचिव व राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने नियम 267 के तहत उच्च सदन में सभी विधायी कार्यों को स्थगित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में आकर अरुणाचल प्रदेश संबंधी घटनाक्रम पर बयान दें.
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं. पार्टी ने ये भी कहा कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और सरकार को देश को भरोसे में लेना चाहिए.
राजनाथ के बयान से संतुष्ट नहीं विपक्ष, किया वॉकआउट
राज्य सभा में राजनाथ सिंह ने तवांग झड़प पर बयान दिया जिसके बाद विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया है. विपक्ष राजनाथ के बयान से संतुष्ट नहीं दिखे. कांग्रेस से लेकर टीएमसी और एआईएमआईएम ने वॉकआउट किया.
किस हैसियत से अमित शाह बोले... - अधीर रंजन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधनी ने कहा कि जब 12 बजे गृह मंत्री के बयान दिए जाने की बात की गई तो किस हैसियत से गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही बोल दिया कि कुछ नहीं हुआ सीमा पर? रक्षा मंत्री खुद की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं.
मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं... राजनाथ सिंह
राजनाथ आगे बोले, मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इसके खिलाफ किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सदैव तत्पर हैं. मुझे विश्वास है कि यह सदन हमारी सेनाओं की वीरता और साहस को एक स्वर से समर्थन देगा.
11 दिसंबर को हुई फ्लैग मीटिंग की- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा, इस घटना के पश्चात, एरिया के लोकल कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीन काउंटपार्ट के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की.
चीन से शांति बनाए रखने के लिए कहा- राजनाथ
राजनाथ ने बताया कि चीनी पक्ष को इस तरह के एक्शन के लिए मना किया गया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया. इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है.