India China Border Clash: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प की घटना पर लगातार चर्चा की जा रही है. इस बीच तवांग मठ ने इस मसले पर भारतीय सेना (Indian Army) का समर्थन किया है. तवांग मठ (Tawang Monastery) के भिक्षु लामा येशी खावो (Lama Yeshi Khawo) ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी किसी को नहीं बख्शेंगे. हम भारतीय सेना का समर्थन करते हैं.' उन्होंने चीन की सरकार को तवांग के मुद्दे पर गलत ठहराते हुए चेतावनी दी है.


तवांग मठ के भिक्षु (Monk of Tawang Monastery) लामा येशी खावो ने आगे कहा कि चीन की सरकार हमेशा दूसरे देशों के इलाकों पर नजर गड़ाए रखती है और यह पूरी तरह से गलत है. उनकी नजर भारत की जमीन पर भी है. अगर वे दुनिया में शांति चाहते हैं तो उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए.


'भारतीय सेना पर पूरा भरोसा'


तवांग मठ के भिक्षु लामा येशी खावो ने कहा, 'हमें पीएम मोदी (PM Modi) की सरकार और भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है. सरकार और भारतीय सेना तवांग को सुरक्षित रखेगी. 1962 के युद्ध के दौरान भी इस मठ के भिक्षुओं ने भारतीय सेना की मदद की थी. चीनी सरकार का दावा बिल्कुल गलत है कि तवांग उसका हिस्सा है. तवांग भारत का अभिन्न अंग है.'






9 दिसंबर को हुई थी झड़प


बता दें कि 9 दिसंबर को अरूणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर (Tawang Sector) में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस दौरान दोनों पक्षों के कुछ सैनिक जख्मी हो गए थे. विवाद की बड़ी वजह येंकी पोस्ट बताई जाती है. करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारतीय सेना की ये सीमा चौकी चीन की पीएलए सेना की आंख की किरकिरी बनी हुई है. इसी चौकी से भारतीय सेना को हटाने के लिए चीन के 300 से अधिक सैनिक पहुंचे थे, जिन्हें भारतीय सेना ने खदेड़ दिया था.


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