India-China Border Dispute: 'वन चाइना पॉलिसी पर फिर से विचार करने का समय आ गया', चीन के नए नक्शे पर बोले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी
India-China Border: चीन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना क्षेत्र बताते हुए अपना नया मानचित्र जारी किया. इस मुद्दे पर विपक्षी दल मोदी सरकार को लगातार घेर रहे हैं.
China New Map Row: चीन के नए मैप पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार को वन चाइन पॉलिसी पर फिर से विचार करने की सलाह दी है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र को अगले महीने होने वाली जी-20 की बैठक में चीन की मेहमान नवाजी से भी दूर रहने को कहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर मनीष तिवारी ने लिखा, "चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है. भारतीय क्षेत्र को अपने रूप में दर्शाने वाले मानचित्र जारी कर रहा है. यह देखते हुए अब शायद एनडीए/बीजेपी सरकार के लिए 'वन चाइना पॉलिसी' पर फिर से विचार करने का समय आ गया है." उन्होंने सवाल किया कि क्या वे (मोदी सरकार) ऐसा करेंगे?
चीन की मेहमान नवाजी पर मनीष तिवारी ने कही ये बात
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्रालय को जी-20 के दौरान चीनियों के लिए "मेहमान नवाजी" के स्तर को गंभीरता से जांचना चाहिए. तिवारी ने कहा, ये देखते हुए कि उन्होंने (चीन) जून 2020 में गलवान में हमारे 20 बहादुर सैनिकों को मार डाला. इसके अलावा रणनीतिक विश्लेषकों के अनुसार पिछले 41 महीनों से चीन का कम से कम 2000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्ज़ा जारी है.
Given that China is hardening it’s infrastructure along Line of Actual Control, releasing new maps depicting Indian territory as there’s - perhaps the time has come for NDA/BJP Government to revisit the One China Policy.
— Manish Tewari (@ManishTewari) August 30, 2023
Will they …..?
Additionally @PMOIndia & @MEAIndia must…
राहुल गांधी ने मांगा पीएम मोदी से जवाब
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी चीन के मानचित्र पर प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एएनआई से कहा, "मैं वर्षों से कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री ने जो कहा कि लद्दाख में एक इंच जमीन नहीं गई, वो सरासर झूठ है. पूरा लद्दाख जानता है कि चीन ने हमारी जमीन हड़प ली है. मैप की बात गंभीर है, लेकिन जमीन तो ले ही ली है. उस बारे में भी प्रधानमंत्री को कुछ कहना चाहिए."
क्या है मामला?
चीन ने 28 अगस्त को साल 2023 का अपना स्टैंडर्ड मैप जारी किया था, जिसमें अरुचाल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना क्षेत्र बताया है. इस पर भारत ने सख्त ऐतराज जताते हुए डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए चीन के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हम इन दावों को खारिज करते हैं क्योंकि इनका कोई आधार नहीं है. ऐसे कदम केवल चीनी पक्ष के सीमा प्रश्न के समाधान को जटिल बनाएंगे.''
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